पश्चिम रेलवे की 8359 मालगाड़ियों से 17.11 मिलियन टन माल का परिवहन
पश्चिम रेलवे की 8359 मालगाड़ियों से 17.11 मिलियन टन माल का परिवहन

पश्चिम रेलवे की 8359 मालगाड़ियों से 17.11 मिलियन टन माल का परिवहन

मुंबई, 07 जुलाई, (हि. स.)। 22 मार्च, 2020 को घोषित पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन के मुश्किल हालातों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने 5 जुलाई, 2020 तक मालगाड़ियों के 8359 रेक लोड करके सराहनीय कार्य निष्पादन किया है, जिनमें पीओएल के 914, उर्वरकों के 1301, नमक के 470, खाद्यान्नों के 88, सीमेंट के 569, कोयले के 328, कंटेनरों के 4130 और जनरल गुड्स के 40 रेक मुख्य रूप से शामिल हैं, जिनके माध्यम से कुल 17.11 मिलियन टन भार वाली विभिन्न आवश्यक सामग्री उत्तर पूर्वी क्षेत्र सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजी गई। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के 381 रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 16,429 मालवाहक ट्रेनों को अन्य रेलों के साथ जोड़ा गया, जिनमें 8226 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 8203 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज बिंदुओं पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान, जम्बो के 1094 रेक, BOXN के 591 रेक और BTPN के 479 रेक जैसे महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई। पश्चिम रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 23 मार्च से 5 जुलाई, 2020 तक, पश्चिम रेलवे ने 70 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन 379 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से सुनिश्चित किया, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय, लगभग 22.38 करोड़ रु रही है। इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 53 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 40 हजार टन का भार था और वैगनों के 100% उपयोग से लगभग 6.86 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ। इसी प्रकार, विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 27 हजार टन से अधिक भार वाली 318 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 13.77 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 3534 टन भार वाले 8 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 1.76 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन अवधि के दौरान शुरू की गई विभिन्न समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है। इनमें से पांच पार्सल स्पेशल ट्रेनें 6 जुलाई, 2020 को पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से रवाना हुईं, जिनमें बांद्रा टर्मिनस - लुधियाना, पोरबंदर - शालीमार, पालनपुर - कटक और कांकरिया - खुर्दा रोड स्पेशल ट्रेन शामिल हैं। पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए एक मिल्क स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। इसी क्रम में ओखा और गुवाहाटी के बीच पहले से अधिसूचित ट्रेन नम्बर 00949/ 00950 पार्सल विशेष ट्रेन को अब दोनों दिशाओं में वाणिज्यिक मांग के अनुसार पाटलिपुत्र स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव देने का निर्णय लिया गया है। लॉकडाउन के कारण नुकसान और रिफंड अदायगी : कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल घाटा 1608 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 234.53 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1373.89 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल है। इसके बावजूद, अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप, पश्चिम रेलवे ने 384.98 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। उल्लेखनीय है कि इस रिफंड राशि में, अकेले मुंबई डिवीजन ने 182.97 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 59.08 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिये हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त की है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप-hindusthansamachar.in

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