वीकेंड लॉकडाउन से वसई की सड़कों पर पसरा सन्नाटा
व्यापार ठप होने से व्यापारियों का करोड़ों रुपए का नुकसान मुंबई, 10 अप्रैल, (हि. स.)। पालघर जिले के वसई में वीकेंड लॉकडाउन का पहला दिन पूरी तरह सफल रहा। शनिवार को तालुका भर में अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि व्यापार पर ब्रेक लगने से करोड़ों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। मीरा भाईंदर-वसई विरार आयुक्तालय के कमिश्नर सदानन्द दाते के आदेश पर जगह जगह कड़ा पुलिस बंदोबस्त किया गया है। अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर बेवजह घूमने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। वीकेंड लॉकडाउन से व्यापारियों में सरकार के प्रति नाराजगी है। इनका कहना है कि हमारा करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। सरकार को दुकानें खोलने में सहूलियत देनी चाहिए। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस से शनिवार को वसई विरार में वीकेंड लॉकडाउन पूरी तरह सफल रहा है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। मीरा भाईंदर - वसई विरार आयुक्तालय के कमिश्नर सदानन्द दाते के आदेश पर जगह जगह कड़ा पुलिस बंदोबस्त किया गया है। अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर बेवजह घूमने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। बस व ऑटो बंद होने से लोगों को पैदल ही जाते देखा गया। क्षेत्र में लगभग सभी दुकानें बंद रहीं। सड़कों से ऑटो गायब दिखाई दिए। सीनियर पीआई राजेन्द्र कांबले ने बताया कि नालासोपारा में बन्द कराना एक चुनौती थी। लेकिन लोगों ने पुलिस का पूरा सहयोग किया। सिर्फ मेडिकल, दूध की डेअरी खुली रही। इधर, इस लॉकडाउन से व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि हमारा करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। सरकार को दुकानें खोलने में सहूलियत देनी चाहिए। मौजूदा हालात और आने वाले दिनों में इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं की चिंता लोगों को अभी से सताने लगी है। लोगों में अभी भी डर है कि सरकार कहीं पूरा लॉकडाउन न कर दे। कोरोना महामारी ने क्या आम क्या खास हर आदमी को सोचने पर मजबूर कर दिया कि भविष्य में क्या होगा। हालांकि अभी कोरोना के बढ़ते मामलों पर ब्रेक नहीं लग सका है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप