चार्टर्ड अकाउंटट, कंपनी सेक्रेटरीज के लिए ‘एसओपी’ प्रस्तुत करें - मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
मुंबई, 07 अप्रैल (हि. स.)। चार्टर्ड अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी काम के विभाजन व कार्यप्रणाली में बदलाव के लिए ‘एसओपी’ प्रस्तुत करें। जिससे इन दोनों क्षेत्रों के व्यापारियों को काम करने में सरलता होगी। साथ ही यह ‘एसओपी’ अन्य क्षेत्रों के लिए भी मार्गदर्शक साबित होगी। ऐसा निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज यहां दिया। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दोनों क्षेत्रों व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों से चर्चा की। इस अवसर पर हुई चर्चा में मुख्यमंत्री श्री ठाकरे बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि कोरोना का संकट बहुत बड़ा है। इसलिए ना चाहते हुए भी यह प्रिय निर्णय लेना पड़ा है। इसकी पूर्व कल्पना मैं समय-समय पर बार-बार देता आया हूं। कोरोना बढ़े नहीं इसकी सावधानी बरतनी होगी। उसके लिए कोरोना को रोकने के लिए उपाय योजना बनानी होगी, ऐसा कहा गया था। इसलिए यह लॉकडाउन सरकार ने नहीं बल्कि कोरोना नहीं लगाया है। इस पर ध्यान दिया जाए। इसका परिणाम सभी पर अर्थात विकास कार्यों पर, लोगों की रोजी-रोटी पर होता है, इसका हमें आभास है। यह परिस्थिति जल्द से जल्द समाप्त करनी है। लेकिन मध्यकाल में हम बेफिक्र हो गए थे, जिसके कारण यह गंभीर परिस्थिति निर्माण हुई है। अब निर्माण की गई सुविधा कम पड़ जाएगी, ऑक्सीजन की कमी होगी, इसका डर है। मरीजों की बढ़ती संख्या रोकने के लिए ऐसे प्रतिबंध लगाने पड़े हैं। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि बैंक और निजी कार्यालय समय का विभाजन करके अलग-अलग शिफ्ट में काम करें। वर्क फ्रॉम होम कार्यपद्धति पर अमल किया जाए। लोकल शुरू करते समय पीक शब्द हटाने को कहा गया था। पीक अवर्स की जगह 24 घंटे क्यों नहीं? 24 घंटे के काम का विभाजन करके भीड़ और विभिन्न यंत्रणा के ऊपर पड़ने वाले दबाव को कम करना संभव है। अनुशासन में काम करें और कर्मचारियों की जिम्मेदारी लें। काम के स्थान पर कर्मचारियों के खाने और आनेजाने की व्यवस्था की जाए। इसका नियोजन करें और कारगर एसओपी तैयार करके प्रस्तुत करें। ऐसा निर्देश मुख्यमंत्री ठाकरे ने इस अवसर पर दिया। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय