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महाराष्ट्र सरकार व्यापारियों के खिलाफ नही - मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

मुंबई, 07 अप्रैल (हि. स.)। लॉकडाउन अथवा प्रतिबंधों का कदम कोरोना की लहर को रोकने के लिए उठाया गया है। यह किसी के विरोध में नहीं है, इसलिए व्यापारी इस लड़ाई में सरकार का सहयोग करें। उनको नुकसान न हो यह भूमिका सरकार की है। व्यापारियों को भी कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। उनकी मांग और सूचनाओं पर गंभीरता से विचार करके उपाय योजना बनाई जाएगी। यह कहते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना संकट को मात देने के लिए सभी लोगों से मिलकर कोरोना से लड़ने का प्रयास करने की अपील की। राज्य के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी और प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री श्री ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद स्थापित किया। मुख्यमंत्री ठाकरे ने सभी बातों को बेहद ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि वह व्यापार जगत के नेताओं की समस्याओं और सुझावों पर गंभीरता से विचार करेंगे। उन्होंने 2 दिन का समय मांगा और कहा कि कुछ जिम्मेदारी व्यापारियों को भी उठानी होगी और उन्हें कोरोना को रोकने और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा। मुख्यमंत्री ठाकरे ने जोर देकर कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि सभी को एकजुट होना चाहिए और इस लड़ाई को जीतने के लिए एक साथ काम करना चाहिए। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मेडिकल शिक्षा मंत्री अमित देशमुख, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खारगे, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रदीप व्यास, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव असीम कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के सचिव आबासाहेब जऱ्हाड, राज्य टास्क फोर्स के डॉ. शशांक जोशी आदि सहभागी हुए थे। मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि इस बार की परिस्थिति बेहद विचित्र है। कोरोना का संकट बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लहर बहुत बड़ी है। किसी की भी रोजी-रोटी पर रोक लगाने अथवा लॉकडाउन लगाने की इच्छा नहीं थी। इससे पहले सभी जनता को सावधान किया जा रहा था। फरवरी- मार्च महीने में कोरोना मरीजों की संख्या घटी थी, लेकिन अब मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। पिछले वर्ष मार्च महीने में बेड की संख्या 7 से 8 हजार थी। यह संख्या अब पौने चार लाख तक बढ़ाई गई है। जंबो कोविड सेंटर्स की स्थापना की गई, किसी भी राज्य में ना हो उतनी सुविधा निर्माण की गई। लेकिन यह सुविधाएं भी कम पड़ जाएंगी, ऐसी स्थिति निर्माण होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण शुरू है। टीकाकरण की गति बड़े पैमाने पर बढ़ाई गई है। 25 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीका देने की मांग केंद्र से की गई, लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया। हमारी मांग पर अब 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीके दिए जा रहे हैं। लेकिन टीके का भंडार खत्म होने लगा है। नई लहर में अब युवा वर्ग भी बड़े पैमाने पर बाधित होने लगा है। क्योंकि वह रोजगार और काम के लिए घूमता है। लक्षण न पाए जाने वाले मरीजों की संख्या 70 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है। इससे अन्य अनेकों को बाधित होने की संभावना है। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय

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