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नक्सलियों के कैंप को नष्ट करनेवाली पुलिस टीम का गृहमंत्री देशमुख ने किया अभिनंदन

मुंबई, 07 मार्च (हि.स.)।महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के वन क्षेत्र में नक्सल की दृष्टि से अतिसंवेदनशील माने जानेवाले भामरागड उपविभाग अंतर्गत आनेवाले मुरुमभुशी गांव के पास गडचिरोली पुलिस ने विशेष नक्सल विरोधी अभियान शुरू करके नक्सल कैंप को ध्वस्त करके गौरवपूर्ण काम किया है। इसके लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस दल का अभिनंदन किया है। नक्सल विरोधी अभियान के तहत दो दिनों तक लगातार ऑपरेशन में 4 मार्च के पहले दिन, दस्ते को एक संदिग्ध नक्सली कैंप की लोकेशन मिली। अभियान के दौरान अचानक नक्सलियों ने पहले पुलिस पर गोलियां चलाईं। जवानों ने जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की। इसलिए नक्सली पीछे हट गए और घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए। इसके बाद भी उक्त क्षेत्र में खोज अभियान चलाया गया। इस अभियान में नक्सलियों द्वारा स्थापित एक बड़ा कैंप मिला। इस कैंप को सी -60 पुलिस जवानों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। इस कैंप में हथियार बनाने वाली मशीनरी, विस्फोटक आदि हथियार पाए गए। जिन्हें सी -60 के जवानों ने जप्त कर लिया। वापस जाते समय, सी -60 के जवानों पर नक्सलियों ने पुन: भारी गोलीबारी की। पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की, इसके बाद नक्सली जंगल में भाग गए। पूरे जंगल परिसर में नक्सली हथियार तैयार करते है। इस संभावना को देखते हुए दूसरे दिन ५ मार्च को उसी क्षेत्र में पुन: ऑपरेशन को तेज करने के लिए एक और विशेष ऑपरेशन टीम (सी-६०) को मौके पर भेजा गया। नक्सलियों ने फिर से विशेष अभियान दस्ते के दोनों समूहों पर गोलियां चलाईं। तब सी -60 के बहादुर जवानों ने नक्सलियों के हमले का दृढ़ता से जवाब दिया। जिसमें नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। सी -60 दल के उत्कृष्ट अभियान की रणनीति और जवानों की ताकत ने नक्सलियों को भागने के लिए मजबूर कर दिया। नक्सलियों का बाल किला के रूप में समझे जाने वाले अबुजमाड जैसे नक्सली दृष्टि से अतिसंवेदनशील भागों में जाकर सी-६० के बहादुर जवानो द्वारा नक्सलियों का भारी पैमाने पर नुकसान करने के कारण माड भाग के नक्सलियों में हड़कंप मच गई है। ऐसा विश्वास देशमुख ने व्यक्त किया। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय

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