तालाबंदी के लिए एकनाथ शिन्दे की जबाव देही : खराडे
तालाबंदी के लिए एकनाथ शिन्दे की जबाव देही : खराडे

तालाबंदी के लिए एकनाथ शिन्दे की जबाव देही : खराडे

मुंबई,20जुलाई ( हि स ) । मुंबई के आयुक्त इकबालजीत सिंह चहल के साथ साक्षात्कार मुंबई में कोरोना को रोकने के लिए किए गए उपायों के मध्य आज ठाणे मनपा प्रशासन के लिए एक मार्गदर्शक हो सकता है | ।महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के सदस्य मिलिंद खराडे ने अपने एक बयान में यह आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि वस्तु स्थिति यह है कि आज, ठाणे जिला चीन के बुहान की भांति एक बड़ा शहर बन रहा है। यदि स्थिति का अवलोकन करें तो मई 2020 तक ठाणे शहर में 1178 और ठाणे जिले में 3684 मरीज थे।इसलिए उस समय उतनी चिंता नहीं थी । एमपीसी सी सदस्य मिलिंद खराडे ने चिंता व्यक्त की है कि आज, ठाणे शहर में रोगियों की संख्या 16,हजार को पार कर गई है ,जबकि ठाणे जिले में रोगियों की कुल संख्या 70,हजार को पार कर गई है। शहर के लोग और पत्रकार जानते हैं कि पिछले चार महीनों से, अभिभावक मंत्री एकनाथ शिंदे उन पर ध्यान देने के लिए जरूर कह रहे हैं ,मगर पिछले दो महीनों में यह कोराना संक्रमितों में अत्यधिक वृद्धि , प्रशासन की विफलता का सबूत है। आज, देश में कुल मरीजों की संख्या और सक्रिय रोगियों की संख्या के मामले में ठाणे जिला देश में नंबर एक है। राज्य में संख्या के संदर्भ में यह क्रमांक 2 पर है। जब एक बड़ी तालाबंदी हुई, तो वे कुछ भी करने में विफल रहे। अब, एक बार फिर से तालाबंदी करने से क्या फायदा? अभिभावक मंत्री एकनाथ शिंदे की क्या जिले के प्रति जवाबदेही तय नहीं होना चाहिए। जबकि संरक्षक मंत्री एकनाथ शिंदे सारी मशीनरी को अपने कब्जे में रखते हैं ।और यदि वह स्वयं ही विफल होते है, तो इसके हेतू ठाणे मनपा आयुक्त जिम्मेदार ठहराया जाता है और 3 महीने के भीतर पालक मंत्री द्वारा ठाणे मनपा आयुक्त का स्थानांतरण कर दिया जाता है । उल्लेखनीय है कि आज ठाणे मनपा के नए आयुक्त विपिन शर्मा पहले दिन से बहुत आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं और यह सराहनीय है।परंतु ठाणे आयुक्त से विनम्र अनुरोध है कि वे मुंबई महानगरपालिका आयुक्त इकबालजीत सिंह चहल की तर्ज पर मुंबई की तरह पूरे फॉर्मूले को यहां भी अपनाएँ और पूरे स्थिति को नियंत्रण में लाएं | उन्होंने आरोप यह भी है कि ठाणे जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर बहुत ही निष्क्रिय प्रतीत हो रहे हैं। अगर ठाणे शहर की स्थिति आज जिले में विकराल हो जाती है, तो ठाणे जिले में भी बहुत गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है,और जिले में इसके भयानक परिणाम हो सकते हैं । आज महाराष्ट्र में महाविकास अघडी सरकार है। कांग्रेस पार्टी उस महाविकास अगाड़ी का एक घटक है लेकिन अगर ठाणे शहर और ठाणे जिले के लोग इस स्थिति पर अपनी आवाज नहीं उठाते हैं, तो भविष्य में शहर और जिले के लोग शायद कभी माफ नहीं कर पाएंगे। हिन्दुस्तान समाचार/ रविन्द्र/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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