फ़िल्म 'मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड' को लेकर भाजपा ने बोला उद्धव सरकार पर हमला
फ़िल्म 'मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड' को लेकर भाजपा ने बोला उद्धव सरकार पर हमला

फ़िल्म 'मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड' को लेकर भाजपा ने बोला उद्धव सरकार पर हमला

मुंबई, 16 जुलाई (हि. स.)। ईरानी निर्देशक माजिद मजीदी के निर्देशन में बनी फ़िल्म 'मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड' लेकर सियासत गरमा गई है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने रजा अकादमी के हवाला देते हुए इस फ़िल्म पर बैन लगाने के लिए केंद्र सरकार के आईटी मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसे लेकर भाजपा ने उद्धव सरकार को घेरने की कोशिश की है। पार्टी प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सवाल उठाया है कि क्या मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी गृहमंत्री देशमुख की तरह रजा अकादमी की पैरवी करते हैं। केशव उपाध्ये के मुताबिक रज़ा अकादमी द्वारा मुंबई में हिंसा और पुलिस के साथ कि गई बर्बरता की यादें अभी भी ताज़ा हैं। जबकि एनसीपी नेता व राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने तुरंत ही अकादमी को नोटिस ले लिया और फ़िल्म पर बैन लगाने के लिए केंद्र को पत्र लिख दिया। रजा अकादमी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा है कि इससे मुसलमानों की भावनाएं आहत होंगी। हालांकि ईरानी निर्देशक माजिद मजीदी द्वारा 2015 में बनाई गई फिल्म, इस्लामी देश ईरान में प्रतिबंधित नहीं की गई है। धर्मनिरपेक्ष भारत में यह कहते हुए प्रतिबंध लगाने की मांग की है कि इससे कुछ धर्मों की भावनाएं आहत होंगी। जबकि लाखों हिंदुओं के लिए पूजा स्थल श्री विठ्ठल की आषाढी यात्रा को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया था। वारकरियों से भी एसटी बस का किराया वसूल किया गया। उपाध्ये के अनुसार रजा अकादमी से जुड़े लोगों ने मुंबई के आजाद मैदान में महिला पुलिस पर हमला किया और शहीद स्मारक का भी अपमान किया था। गृहमंत्री देशमुख ने रजा अकादमी के समर्थन में एक फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर केंद्र को पत्र लिखा है। केशव उपाध्ये ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने जीवन भर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का डटकर विरोध किया। अब सवाल उठने लगा है कि क्या दिवंगत बालासाहेब की भूमिका को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भुला दिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ने जनादेश का अपमान किया और कांग्रेस-राकांपा का समर्थन लेकर सरकार बनाई है। याद दिला दें कि डॉन सिनेमा द्वारा ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फ़िल्म ‘मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड’ 21 जुलाई को रिलीज़ की जानी है। जबसे इस फिल्म को हिंदी में डब कर हिंदुस्तान में रिलीज करने की खबर आई है, तभी से रज़ा अकादमी सहित कुछ मुस्लिम संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। यह फिल्म पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन पर आधारित है। इस फ़िल्म में ए.आर रहमान ने संगीत दिया है। गृहमंत्री देशमुख ने बताया कि ‘मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड’ पर बैन लगाने के लिए केंद्र सरकार के आईटी मंत्रालय को पत्र भेजा गया है। रजा अकादमी सहित कुछ संगठनों ने फ़िल्म पर आपत्ति जताई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर फ़िल्म को ब्लॉक करने का अनुरोध केंद्र से किया गया है। आशा है जल्द से जल्द आईटी मंत्रालय इस पर कार्रवाई करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/विनय/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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