तपेदिक मुक्त बनाने हेतू चिकित्सा पेशेवरों से अपील
मुंबई, 15फरवरी (हि स ) । संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम 2003 से राज्य में लागू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत तपेदिक के साथ-साथ एमडीआर, एक्सडीआर तपेदिक निदान के लिए अद्यतन सुविधाएं, सभी चिकित्सा सुविधाएं मुफ्त प्रदान की गई हैं। राज्य में निजी चिकित्सा क्षेत्र से 99 टीबी के मामले सामने आए हैं जबकि सरकारी एजेंसियों से 1लाख 40हजार ,627 टीबी के मामले सामने आए हैं। बताया जाता है कि संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम राष्ट्रीय रणनीति योजना 2017 से 2025 के अनुसार, यह सरकार की नीति है कि वह कार्यक्रम में उपलब्ध सुविधाओं और चिकित्सा सेवाओं को सार्वजनिक रूप से टीबी रोगियों के साथ-साथ निजी चिकित्सा में भी मुफ्त में उपलब्ध कराए | समाज में हर टीबी रोगी को जल्द से जल्द खोजने और उचित और संपूर्ण उपचार उपलब्ध कराने की तत्काल आवश्यकता है। पोषण के लिए रोगी के खाते में रु। 500 / - तक, चिकित्सा पेशेवर को रु। टीबी पंजीकरण कार्यक्रम के तहत और टीबी रोगी को रु। 500 / - उपचार पूरा होने के बाद, रु। 1000 / - उपचार सहायक को जो सफलतापूर्वक टीबी उपचार पूरा करता है और रु। 1000 / - दवा संवेदनशील तपेदिक के लिए। रु। 2000 रु। आवश्यक जांच आदि के लिए रोगियों को 500 रुपये का मानदेय आदि प्रदान किया जा रहा है। सभी सार्वजनिक और निजी अस्पतालों, चिकित्सा पेशेवरों से टीबी रोगियों को पंजीकृत करने की अपील की जा रही है हिन्दुस्थान समाचार/ रविन्द्र-hindusthansamachar.in