..साहब मेरी मां और पिताजी का सेंपल ले लो, पांचवे दिन जागा अमला
..साहब मेरी मां और पिताजी का सेंपल ले लो, पांचवे दिन जागा अमला

..साहब मेरी मां और पिताजी का सेंपल ले लो, पांचवे दिन जागा अमला

उज्जैन, 21 अगस्त (हि.स.)। एक युवक बीमार होने पर अपना उपचार निजी चिकित्सक के पास करवाने पहुंचा। जब शंका हुई तो स्वयं फीवर क्लिनिक पहुंचा और सेम्पल देने के बाद शा. माधवनगर में भर्ती हो गया। यहां उसने कहाकि उसके माता-पिता को भी बुखार बना हुआ है और सर्दी भी है। आप उनके सेम्पल ले लो। कांटेक्ट हिस्ट्री तो वह नहीं बता पाया, लेकिन अपने कांटेक्ट में आए परिवारजनों के नाम, आयु आदि जानकारी लिखवा दी। आमतौर पर मरीज की तबियत परिजन पूछते हैं। घर के इकलोते पुत्र को हॉस्पिटल में अपने माता-पिता की चिंता थी। इसलिए वह मोबाइल करके तबियत पूछता रहता था। जब भी बात करता,पिता की तबियत अधिक खराब मालूम पड़ती। 72 वर्षीय पिता और 68 वर्षीय माता के स्वास्थ्य की चिंता में वह उन मोबाइल फोन पर लगातार काल करता रहा,जो आरआटी के रूप में उसके सम्पर्क में आए थे। 15 अगस्त को वह भर्ती हुआ और लगातार पांच दिन तक जिम्मेदारों को याद दिलाता रहा। थककर उसने हिंदुस्थान समाचार के प्रतिनिधि से सम्पर्क किया और पहल करने का आग्रह किया। अमलतास में भर्ती, सेम्पल लिए उक्त युवक के माता-पिता के पास कल शाम को रैपिड रिस्पांस टीम पहुंची और तबियत जानने के बाद उन्हे सीधे अमलतास ले गई। वहां उनका उपचार चल रहा है और सेम्पल ले लिए गए हैं। युवक ने आगे होकर इस पहल के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही कहाकि जिम्मेदार यदि समय पर जाग जाते तो संभव है माता-पिता का स्वास्थ जितना बिगड़ा है,नहीं बिगड़ता। युवक इस समय ऑक्सीजन पर शा.माधवनगर में है और माता-पिता अमलतास में। घर पर दो छोटे बच्चे एवं पत्नि है, जिनकी मानीटरिंग अब प्रारंभ हुई है। इस संबंध में हिस द्वारा चर्चा करने पर सीएमएचओ डॉ.महावीर खण्डेलवाल ने कहाकि उनकी जानकारी में नहीं है। रैपिड रिस्पांस टीम के जो सदस्य वहां पहुंचे थे,उनकी जवाबदारी रहती है कि वे फालोअप लें। वे मामला दिखवाएंगे। लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई करेंगे। वहीं रैपिड रिस्पांस टीम के डॉ.प्रवेश से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि वे कल एसडीएम संजीव साहू के फोन के बाद शाम को मौके पर पहुंचे थे। कोरोना पीडि़त युवक के माता-पिता का स्वास्थ्य बहुत अच्छा नहीं था। उन्हे तुरंत अमलतास शिफ्ट किया गया। यदि उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव्ह आती है तो वहीं उपचार दिया जाएगा। यदि निगेटिव्ह आएगी तो होम क्वारेंटाईन कर दिया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार / ललित/राजू-hindusthansamachar.in

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