श्राद्ध पक्ष में पितरों को नमन
श्राद्ध पक्ष में पितरों को नमन

श्राद्ध पक्ष में पितरों को नमन

गुना, 08 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय संस्कृति के विशिष्ट पर्वों में से एक श्राद्ध पक्ष में इन दिनों पितरों को नमन किया जा रहा है। विभिन्न जलाशयों और घरों में लोग दिवंगतों को श्रद्धा के साथ जलांजलि देकर उनका पुण्य स्मरण कर रहे हैं। गायत्री मंदिर में भी तर्पण कराया जा रहा है। विष्णु पुराण में कहा गया है कि पितृ पक्ष में हमारे पूर्वज पृथ्वी लोक में विचरण करते हैं। जो परिवार उन्हें आदर और सम्मान देते हैं। उन पर पूर्वजों की अतिरिक्त कृपा होती है। श्राद्ध पक्ष पूरे 15 दिन तक चलते है। इस दौरान पितरों को नमन् कर उन्हे भोजन, पानी गृहण कराया जाता है। श्राद्ध पक्ष में ब्राह्मण भोज का भी काफी महत्व है। ब्राह्माणों को भोजन कराने के साथ ही पूजा के बाद भोजन एक थाली में रखकर गाय, कौओं और चीटियों को देना अति फलदायक माना जाता है। इसके साथ ही गरुड़ पुराण में कहा गया है कि पितृ पक्ष में पिंड दान अवश्य करना चाहिए, ताकि देवों और पितरों का आशीर्वाद मिल सके। श्राद्ध पक्ष में एक समय था, जब लोग आंगन व छतों पर कौएं को भगाते-भगाते थक जाते थे, अब कौएं विलुप्त होते जा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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