राखी से पहले भी दो दिन की तालाबंदी से भडक़े दुकानदार, बोले-गंभीर हुई समस्या
राखी से पहले भी दो दिन की तालाबंदी से भडक़े दुकानदार, बोले-गंभीर हुई समस्या

राखी से पहले भी दो दिन की तालाबंदी से भडक़े दुकानदार, बोले-गंभीर हुई समस्या

गुना, 01 अगस्त (हि.स.)। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर तालाबंदी मार्च से शुरू हुई है। पहले राष्ट्रीय स्तर पर हुई तालाबंदी के बाद अब जिला प्रशासन यह तालाबंदी सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार कर रहा है। दुकानदारों और आमजन को उम्मीद थी कि चूंकि इस सप्ताह 3 जुलाई सोमवार को राखी का त्यौहार है तो तालाबंदी में छूंट दी जा सकती है। इस आशय के संकेत गत दिवस कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने भी कोरोना की रोकथाम को लेकर किए गए अपने आग्रह में दिए भी थे। बावजूद इसके कोई छूट नहीं दी गई। इस शनिवार को भी पूर्ण तालाबंदी रही और कल रविवार को भी रहने वाली है। इसके चलते व्यापारियों में आक्रोष देखने को मिल रहा है। व्यापार हो गया है चौपट कोरोना संक्रमण काल में हो रही तालाबंदी ने जहां व्यापार को चौपट कर दिया है तो छोटे दुकानदार बर्बाद हो गए हैं। व्यापारियों का कहना है कि मार्च माह से व्यापार ठप पडक़र रह गया है। सालग, त्यौहार किसी भी सीजन की खरीददारी नहीं हो पा रही है। जैसे-तैसे व्यापार कुछ पटरी पकड़ता है तो प्रशासन तालाबंदी घोषित कर देता है। व्यापारी सोनू जैन के मुताबिक मार्च से लेकर जुलाई तक सारा सीजन पिट गया। सोचा था राखी पर कुछ भरपाई होगी, किन्तु त्यौहार से ठीक पहले दो दिन की इस पूर्ण तालाबंदी ने उस पर भी पानी फेर गया। बीते रोज तक जो बिक्री हो पाई सो हो पाई। ठेले पर सीजन का बाजार सजाने वाले कल्लू कुशवाह का कहना है कि वैसे भी कोरोना के डर से लोग खरीददारी के लिए बाजार में कम ही पहुँच रहे है। उस पर तालाबंदी ने ठेला लगाने से ही मोहताज कर दिया। कल्लू का कहना रहा कि वह सीजन का दुकानदार है और सीजन पर ही उसकी दुकानदारी चौपट हो रही है। दुकान नहीं लगेगी तो त्यौहार कैसे मनेगा? त्यौहार से पहले दो दिन की पूर्ण तालाबंदी ने सबसे ज्यादा गरीब दुकानदार पर मार की है। उनका कहना है कि यहीं समय कमाई का होता है और इसी पर तालाबंदी कर दी गई है। अगर इन दिनों में दुकान नहीं लगेगी तो वह त्यौहार कैसे मनाएंगे? बैंड बाजा बजाने का काम करने वाले कमल किशोर ने बताया कि कोरोना में बैंड का व्यवसाय बंद होने के कारण वह 15 दिन पहले राखी खरीद लाया था। सोचा था सीजन पर अच्छी बिक्री होगी तो कुछ पैसों की मदद मिलेगी, किन्तु उसके राखी खरीदने के तुरंत बाद प्रशासन ने सप्ताह में दो दिन पूर्ण तालाबंदी की घोषणा कर दी। दुर्भाग्य से राखी भी सोमवार की पड़ी। जिससे पहले शनिवार-रविवार को तालाबंदी है। कपड़ा व्यापारी विनोद जैन का कहना है कि तालाबंदी के बजाए प्रशासन को कोरोना से बचने निर्धारित नियमों के पालन पर सख्ती करनी चाहिए। तालाबंदी से आर्थिक समस्याएं पैदा हो रहीं है। आगे जाकर यह स्थिति काफी गंभीर हो सकती है। पुलिस करती रही पूछताछ शनिवार को पूर्ण तालाबंदी के दूसरे चरण का पहला दिन रहा। इस दौरान चांचौड़ा-बीनागंज को छोडक़र जिले भर में सब कुछ बंद रहा। यहां तक की लोगों को हाईवे पर छोडक़र पेट्रोल-डीजल भी नहीं मिला। शहर में सडक़ों पर जहां आवाजाही काफी कम रही तो बाजार बंद रहा। इस दौरान जगह-जगह पुलिस बल भी तैनात रहा। जो लोगों से पूछताछ करता नजर आया। तालाबंदी के कारण यात्री वाहन भी कम चले। जिससे कई लोग त्यौहार पर अपने घर भी नहीं जा पाए। पूर्ण तालाबंदी में राहत की मांग उठाई जा रही है। लोगों का कहना है कि जहां डेयरी का समय बढऩा चाहिए तो सब्जी विक्रय की अनुमति भी मिलनी चाहिए। यह जरुरी वस्तुओं में शुमार है। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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