यह चुनाव गरीब हितैषी और गरीब विरोधी दलों के बीच : विष्णुदत्त शर्मा
यह चुनाव गरीब हितैषी और गरीब विरोधी दलों के बीच : विष्णुदत्त शर्मा

यह चुनाव गरीब हितैषी और गरीब विरोधी दलों के बीच : विष्णुदत्त शर्मा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने ' हां... चुनाव है' डिजिटल अभियान में किया कार्यकर्ताओं और जनता से संवाद भोपाल, 13 अक्टूबर (हि.स.)। ‘हां...चुनाव है,’ उन दो दलों के बीच जिनमें से एक गरीब हितैषी हैं और दूसरा गरीब विरोधी। एक दल जिसने पं. दीनदयाल जी के दर्शन, अंत्योदय को साकार करते हुए गरीब कल्याण की योजनाओं को साकार किया, वहीं दूसरी और गरीबी हटाओ का नारा देकर गरीबों के साथ मजाक किया और हमेशा गरीबों का अपमान किया। जिन्होंने संबल योजना, तीर्थ दर्शन योजना और गरीबों को मिलने वाले आवास को छीना, उन्हें इन उपचुनाव में जनता जवाब देगी। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने मंगलवार को डिजिटल अभियान ‘हां...चुनाव है’ कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं एवं जनता से आनलाइन संवाद करते हुए कही। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इन उपचुनावों में एक तरफ कार्यकर्ता आधारित दल और वह पार्टी है, जिसके लिए जनता ही उसका परिवार है। वहीं दूसरी ओर ऐसा दल है, जहां पर एक परिवार ही पूरी पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं प्रत्येक बूथ स्तर पर ताकत के साथ मैदान में उतरे है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के वे कार्यकर्ता है जो मध्यप्रदेश के अंदर परिवार के नाते वैचारिक तौर पर काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस के वे नेता है जो सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए मध्यप्रदेश की जनता से झूठ बोलने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि हां...चुनाव है, परंतु यह चुनाव उन लोगों से है, जो छल, कपट और झूठ बोलकर सरकार में आ जाते है और सरकार में आने के बाद 15 महीनों में प्रदेश को गर्त की ओर ले जाते हैं। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी है, जिसने लगातार 15 वर्षो में एक बीमारू राज्य को विकसित राज्य बनाने का काम किया। 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया था, लेकिन भाजपा की सरकार ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में पिछले 5 माह में गरीब, पिछडों, नौजवानों और किसानों को अपना हक मिला है। कमलनाथ सरकार ने जिस योजनाओं को बंद करने का काम किया था, उसे फिर से शुरू करने का काम शिवराज सरकार ने किया। हिन्दुस्थान समाचार /केशव-hindusthansamachar.in

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