मुसलाधार बारिश के बाद अचानक मौसम में बदलाव आया, कनेरी डेम हुआ लबालब
मुसलाधार बारिश के बाद अचानक मौसम में बदलाव आया, कनेरी डेम हुआ लबालब

मुसलाधार बारिश के बाद अचानक मौसम में बदलाव आया, कनेरी डेम हुआ लबालब

रतलाम, 24 अगस्त (हि.स.)। जिले में सोमवार को दोपहर में बारिश थमने और धूप खिलने से मौसम में अचानक बदलाव आया। धूप-छाव का यह खेल दिन-भर चलता रहा, लेकिन आसमान में बादलों का डेरा जमा होने से यह संभावन बनी है कि पानी का दौर बरकरार रहेगा। प्रात: 8 बजे समाप्त 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 4 इंच से अधिक हुई, यह आंकड़ा 112 मि.मी. तक पहुंचा। आलोट में सबसे कम 8 मि.मी., जावरा में 38, ताल में 11, पिपलौदा में 46, बाजना में 58, रतलाम में 36 तथा रावटी में 52.6 मि.मी. बारिश हुई। जिले में कुल औसत 45 मि.मी. वर्षा रेकार्ड की गई। गत वर्ष की तुलना में अभी भी 242 मि.मी. यानी 12 इंच वर्षा कम हुई है। आलोट में अभी तक 1155, जावरा 1010, ताल में 1142, पिपलौदा में 846, बाजना में 745, रतलाम में 862, रावटी में 1136.4, सैलाना में 1007 मि.मी. इस प्रकार 877 मि.मी. जिले में कुल वर्षा हुई है। आलोट में 537, जावरा में 310, ताल में 460, पिपलौदा में 312, बाजना में 262, रतलाम में 185, रावटी में 257, सैलाना में 243 मि.मी. वर्षा गत वर्ष की तुलना मेें अभी तक की अवधि में कम हुई है। जिले के सभी 8 विकासखंड वर्षा के मामले में गत वर्ष की तुलना में पीछे है। धोलावाड़ बांध जो रतलाम का मुख्य जलस्त्रोत है, रावटी विकासखंड के बासिन्द्रा के निकट बना हुआ है, इसमे अभी भी 2 मी. पानी कम भरा है, सैलाना,धामनोद क्षेत्र में मुख्य रुप से ट्रेचमेंट एरिया होने के कारण इस क्षेत्र में गिरने वाला पानी इस तालाब में पहुंचता है, लेकिन अभी इस क्षेत्र में पानी अपेक्षाकृत कम ही गिरा है, हालांकि अन्य जलाशयों में पानी का जलस्तर बढऩा शुरू हो गया है। इस इलाके में सिंचाई की दृष्टि से तालाब और कुएं अत्यधिक बने है उनमें भी जलस्तर बढ़ रहा है। कनेरी बांध लबालब होने से ग्रामीणों में हर्ष रतलाम जनपद क्षेत्र के ग्राम कनेरी में बना बांध अपने निर्माण की शुरुवात से तीसरे साल में लबालब भर गया है। इससे ग्रामीणों में हर्ष की लहर है। ग्रामीणों ने बांध की सौगात देने और क्षेत्र के विकास को गति देने पर विधायक चेतन्य काश्यप का आभार जताया है। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in

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