मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया कोरोना योद्धाओं से संवाद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया कोरोना योद्धाओं से संवाद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया कोरोना योद्धाओं से संवाद

भोपाल, 28 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को राजधानी भोपाल के मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कोविड-19 महामारी काल में योगदान देने वाले चिकित्सा क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं से वीडियों कान्फ्रेंसिंग द्वारा संवाद भी किया। भय दूर करना बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री ने सागर मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक मेडिसिन डॉ. मनीष जैन से बातचीत करते हुए पूछा, मनीष जी- कैसे हैं आप। कोरोना के शुरुआती दौर में आपके सामने सबसे बड़ी चुनौती कौन-सी थी। यह बातचीत बीच की है। डॉ. जैन ने मुख्यमंत्री को बताया कि टीम को मोटिवेट करना और भय दूर करना सबसे बड़ी चुनौती थी। इसके लिए हमारे सीनियर्स और मैंने स्वयं पहल और हिम्मत कर मरीजों के वार्ड में जाना शुरु किया। इससे टीम वर्क में काम शुरु हुआ। डॉ. जैन ने बताया कि मरीजों का मनोबल बनाए रखना भी बड़ी चुनौती थी। सामान्यत: दूसरी बीमारियों में परिजन मरीज के साथ बने रहते हैं, उसका मनोबल बढ़ाते हैं। इस बीमारी में मरीज अकेला था। अत: वीडियो कॉलिंग व्यवस्था आरंभ कर इस दिशा में प्रयास किया। छह महीने से आइसोलेशन में हूँ मुख्यमंत्री ने भिण्ड के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा से पूछा कि घर वाले कोरोना से डरकर यह तो नहीं कहते कि छोड़ो-छाड़ो डॉक्टरी-कुछ और कर लेना। इस पर डॉ. मिश्रा ने बतया कि घर पर वृद्धजनों की बीमारी के प्रति संवेदनशीलता और उन्हें संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मैंने स्वयं छ: माह से स्वयं को घर में आइसोलेट किया हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये समर्पण की अद्भुत मिसाल है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि प्रवासी मजदूरों से संक्रमण फैलने की संभावना के समय आईआईटीटी रणनीति बहुत प्रभावशाली रही। 'जल्द ही जीतेंगे कोरोना से' कुमारी अंशुल मिश्रा इन्दौर में एपीडिमियोलॉजिस्ट हैं। कोविड के आंकड़ों का विश्लेषण तथा राज्य व राष्ट्रीयस्तर पर रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी उनकी है। मुख्यमंत्री ने कुमारी अंशुल से पूछा कि डाटा देखकर मन में क्या भाव आता है। अंशुल ने कहा कि अध्ययन के दौरान महामारियों के बारे में पड़ा अवश्य था, लेकिन महामारी से डील करने का यह पहला अनुभव है। मुख्यमंत्री के यह पूछने पर कि अब क्या संकल्प है मन में। अंशुल ने कहा कि- 'जल्द ही जीतेंगे कोरोना से'। हम बचेंगे तभी दूसरों को बचा पायेंगे मरीज के सबसे अधिक निकट संपर्क में तो नर्सिंग स्टाफ ही आता है। ऐसे में कोरोना मरीजों के इलाज में डर नहीं लगा। मुख्यमंत्री ने यह बात इन्दौर की नर्स जयश्री कुलकर्णी से पूछी। जयश्री ने कहा कि पूरी सावधानी, हिम्मत और अपनी सकारात्मकता बनाये रखते हुए इलाज किया। हमें ही तो मरीजों का डर दूर करना था। जयश्री ने बताया कि योगा, प्रणायाम और पौष्टिक भोजन पर विशेष ध्यान रखा क्योंकि हम बचेंगे तभी दूसरों को बचा पायेंगे। इन्दौर की डाटा मैनेजर अपूर्वा तिवारी ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपका कार्य महत्वपूर्ण है। इससे हमें आगे की रणनीति बनाने का आधार मिलता है। एक दिन में किए 2900 टेस्ट दीपक बाथम गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में लैब अस्सिटेंट हैं। इन्होंने मुख्यमंत्र् को बताया कि पहले प्रतिदिन केवल 60-70 सेंपल टेस्ट कर पाते थे। अब दो हजार से बाइस सौ टेस्ट रोज हो रहे हैं। दीपक ने बताया कि उन्होंने अधिकतम एक दिन में 2900 टेस्ट किए हैं। मुख्यमंत्री ने दीपक से कहा कि आवश्यक सावधानियों का पालन जरूर करें। लड़ाई लंबी है : मोर्चे पर डटे रहना जरूरी गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल के डॉ. लोकेन्द्र दवे ने कोरोना योद्धाओं की ओर से उत्साहवर्धन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार माना। डॉ. दवे ने कहा कि शासन पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करा रहा है उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि सभी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ समर्पित भाव से निरंतर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध और समर्पित है। डॉ. दवे ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध लड़़ाई लम्बी जरूर है पर योजनाबद्ध तरीके से मोर्चे पर डटे रहने से जीत हासिल होगी। मानसिक रूप से मजबूत रहना और सभी सावधानियों जैसे मास्क, सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाईजेशन का सतत् व सतर्क उपयोग जरूरी है। मुख्यमंत्री ने जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा तथा देवास जिला पंचायत सीईओ शीतला पटेल से भी बातचीत की। अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश का रिकवरी रेट 80 प्रतिशत हो गया है। कोरोना से पीडि़त होने के बाद स्वस्थ हुए व्यक्तियों की संख्या एक लाख से अधिक हो गई है। कार्यक्रम को चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत वरवड़े ने भी संबोधित किया। फेसबुक, यूट्यूब, वेबकास्ट तथा प्रमुख न्यूज चेनल्स पर कार्यक्रम का प्रसारण हुआ, जिससे लाखों की संख्या में लोग जुड़े। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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