मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर आशा, उषा और सहयोगिनियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर आशा, उषा और सहयोगिनियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर आशा, उषा और सहयोगिनियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

सीहोर, 21 सितम्बर (हि.स.)। मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत जिले की आशा, उषा और सहयोगिनियों ने सोमवार को जिलाधीश कार्यालय का घेराव किया और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर को दिया। आक्रोशित आशाओं ने जिलाधीश कार्यालय में जोरदार नारेबाजी कर सरकार पर लंबित मांगों को लगातार नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। आशा-उषा-सहयोगिनी एकता यूनियन की जिला महासचिव ममता राठौर ने बताया कि अब तक सैकड़ों आंदोलन हो चुके हैं, लेकिन सरकार आशा, उषा एवं आशा सहयोगिनियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, न्यूनतम वेतन 21 हजार देने, कोरोना से मृत आशाओं को राशि का भुगतान करने और उनके आश्रितों को नौकरी देने मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता कोरोना संकट में अपनी जान की परवाह किए बगैर गांव-गांव, शहर-शहर मोहल्लों में घर-घर जाकर संक्रमित मरीजों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। इतनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हुए कई आशाओं को अपनी जान गंवानी पड़ी, फिर भी वे अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटीं। जिला महासचिव ममता राठौर ने कहा कि हमारी सभी लंबित मांगों का सरकार तत्काल निराकरण करे, अन्यथा हम आगे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद-hindusthansamachar.in

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