मध्यप्रदेश की प्रगति के इतिहास में जुड़ा नया अध्याय: मुख्यमंत्री शिवराज
मध्यप्रदेश की प्रगति के इतिहास में जुड़ा नया अध्याय: मुख्यमंत्री शिवराज

मध्यप्रदेश की प्रगति के इतिहास में जुड़ा नया अध्याय: मुख्यमंत्री शिवराज

केन्द्र सरकार के नवाचार प्रशंसनीय, नर्मदा एक्सप्रेस-वे और राम वन गमन पथ के लिए भी सहयोग चाहिए भोपाल, 25 अगस्त (हि.स.)। केन्द्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की 11 हजार 427 करोड़ की लागत से 1361 किमी लम्बाई की 45 सडक़ परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय स्थित कक्ष से इसमें हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री शिवराज ने वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में कहा कि मध्यप्रदेश के लिए आज का दिन प्रगति का नया अध्याय जोडऩे का दिन है। केन्द्रीय मंत्री गडकरी की कार्यों को तत्परता से पूरा करने की शैली और वित्तीय प्रबंधन के गुण का कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश से साकार किया जा रहा है। प्रदेश को मिलीं सडक़ों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री मोदी और गडकरी का प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ऐसे जननेताओं का अभिनंदन करना चाहते हैं। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने प्रदेश में उनके मंत्रालय से जुड़े किसी भी कार्य के लिए स्वीकृति देने में इंकार नहीं किया, बल्कि बिना देर किए मंजूरियां दी हैं। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी को जानकारी दी कि आज ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का ड्राफ्ट फायनल हुआ है। मध्यप्रदेश में जलीय परिवहन के संबंध में विचार किया जा रहा है। ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर जलाशयों के पर्यटन संबंधी उपयोग के साथ ही एम.एस.एम.ई. सेक्टर में नवीन गतिविधियों का रोडमैप बनाया गया है। प्रदेश के औद्योगिक विकास को इससे बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 329 कि.मी. के आठ मार्गों में से दो मंजूर हो गए हैं। ये मार्ग नसरुल्लागंज-रेहटी-बुदनी 42 कि.मी. और सागरटोला-कबीर चबूतरा 44 कि.मी. हैं। शेष 6 मार्गों के लिए भूमि उपलब्ध है। उन्होंने केन्द्रीय सडक़ परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से जीरापुरा-पिछोर, भोजापुरा-ढोलखेड़ी, कुरवाई-मुंगावली-चंदेरी, जीरापुर-सुसनेर, पवई-चंदिया, बमीठा-खजुराहो के लिए मंजूरी का आग्रह किया। उन्होंने गडकरी को सडक़ सुरक्षा के प्रयासों के लिए भी धन्यवाद देते हुए कहा कि इन प्रयासों से आज अनेक कीमती जानें बच पा रही हैं। केन्द्र सरकार के इस तरह के नवाचार प्रशंसनीय हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामवन गमन पथ के लिए भी केन्द्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा है। वर्तमान में इस मार्ग के एक हिस्से मैहर-सतना-चित्रकूट की 121 कि.मी. की स्वीकृति मिली है। इसी तरह जिलों में ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर्स प्रारंभ करने, इंदौर जबलपुर में बीओटी मॉडल पर लॉजिस्टिक हब की शुरूआत के लिए पूर्ण सहयोग की आशा है। वन टाइम इनवेस्टमेंट पॉलिसी में मध्यप्रदेश के लिए सहयोग बढ़ाने का आग्रह मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माला परियोजना में बहुत सी सडक़ें मध्यप्रदेश से गुजरती हैं जो वरदान बन गईं। उन्होंने कहा कि नर्मदा एक्सप्रेस-वे के संबंध में अलाइनमेंट और भूमि के सर्वे के लिए एजेंसी निर्धारित की जा चुकी है। प्रस्ताव के अनुसार अमरकंटक से जबलपुर, बुदनी, खातेगांव, कुक्षी और अलीराजपुर तक कुल 968 किमी. की लम्बाई मध्यप्रदेश में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्षेत्र उपजाऊ होने से भूमि अर्जन में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एनएचएआई के सहयोग से इस कार्य की शीघ्र पूर्णता के संबंध में केन्द्रीय मंत्री गडकरी से अनुरोध किया। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से वन टाइम इनवेस्टमेंट पॉलिसी के तहत 278 किमी. लंबाई के 182 करोड़ के 65 सडक़ निर्माण कार्यों के लिए आग्रह भी किया। मुख्यमंत्री ने गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि वे उलझे मामले सुलझा देते हैं। प्रतिदिन 32 कि.मी. सडक़ें बनना चमत्कार से कम नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/केशव-hindusthansamachar.in

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