बाघिन पी-433 रेडियो कालर निकाला गया
बाघिन पी-433 रेडियो कालर निकाला गया

बाघिन पी-433 रेडियो कालर निकाला गया

पन्ना, 19 सितंबर, (हि.स.)। पन्ना बाघ पुर्नस्थापना योजना के तहत कान्हा से लाई गई अनाथ बाघिन टी-4 की तीसरे लिटर की संतान पी-433 का रेडियो कॉलर सफलता के साथ निकाल दिया गया है। दरअसल, यह टाइट हो गया था। रेडियो कॉलर टाइट होने की बजह से बाघिन को परेशानी हो रही थी। पूर्व में इस बाघिन को दिनांक 11 दिसंबर 2014 को रेडियो कॉलर किया गया था, उस समय इसकी उम्र महज डेढ़ वर्ष थी। इसके रेडियो कॉलर को हटाने हेतु काफी समय से प्रयास किया जा रहा था। किन्तु वह सही स्थान पर लोकेट नही हो पा रही थी। शनिवार 19 सितंबर को हिनौता परिक्षेत्र के गंगऊ बीट में लोकेशन मिलने पर तत्काल रेस्क्यू दल द्वारा मौके पर पहुंच कर बाघिन को सफलतापूर्वक ट्रंकुलाइज कर रेडियो कॉलर निकाला गया। रेस्क्यू दल को रेडियो कॉलर टाइट होने के कारण उसके गले में 02 छोटे-छोटे घाव मिले, जिसका कि मौके पर उपचार किया गया है । आवश्यक उपचार उपरान्त बाघिन को स्वछंद विचरण के लिए स्वस्थ्य हालत में वन क्षेत्र में छोड़ा गया तथा उसकी निगरानी निरंतर जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेश पाण्डेय-hindusthansamachar.in

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