गुना, 08 अक्टूबर (हि.स.)। संध नदी से निकलने वाली बंजरी बेचकर पेट भरने वाले बंजरी विक्रेता और मजदूरों ने ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने ठेकेदार पर मनमानी वसूली और अवैध पनडुब्बी चलाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को एसपी-कलेक्टर के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि शहर में बंजरी विक्रेता और उस पर कार्य वाले करीब 800-1000 लोग हैं। कोविड-19 के चलते सभी लोगों के समझ आर्थिक संकट है। इसी बीच खदान संचालक विजय बिल्डर्स द्वारा जमकर मनमानी की जा रही है। वह पनडुब्बी द्वारा रेत भरता है। उक्त रेत की भराई मशीन द्वारा उत्खनन कर की जा रही है, जो अवैध है। वहीं मशीन से काम होने के कारण बड़ी संख्या में मजदूर भी बेरोजगार हो रहे हैं। यदि कोई मजदूरों से रेत भरवाता भी है तो उसकी रॉयल्टी 2000 रुपये वसूली जाती है। जबकि वास्तविक रॉयल्टी की कीमत 275 रुपये घनमीटर है। ज्ञापन में कहा गया कि ठेकेदार के आदमियों द्वारा उकावदा, पगारा, मावन, खेजरा, म्याना, गुना बायपास, हड्डी मिल पर नाकाबंदी कर अवैध वसूली की जाती है। ज्ञापन में मांग की गई कि हम सभी मजदूर प्रशासन को वेध रॉयल्टी देकर बंजरी कार्य का संचालन करना चाहते हैं। जिससे मजदूरों का पेट भरा हो सके। इसके पूर्व भी बंजरी विक्रेता और मजूदरों ने कलेक्टर एवं खनिज विभाग को आवेदन दिए, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन में मजदूरों ने प्रशासन से शीघ्र समस्या का हल करने की मांग की अन्यथा मजदूर आंदोलन करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in