प्रदेशभर के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी ट्रकों के चक्के थमे
प्रदेशभर के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी ट्रकों के चक्के थमे

प्रदेशभर के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी ट्रकों के चक्के थमे

उज्जैन, 10 अगस्त (हि.स.)। अपनी चार प्रमुख मांगों को लेकर प्रदेशभर सहित उज्जैन जिले के करीब 125 ट्रांसपोर्टर सोमवार से हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल से जिले के 20 हजार से अधिक ट्राले-ट्रक-छोटे बड़े लोडिंग वाहन प्रभावित हुए हैं। हड़ताल के कारण जहां आज से तीन दिन तक उज्जैन जिले के भीतर या बाहर और प्रदेश के बाहर माल की बुकिंग नहीं होगी, वहीं बाहर से भी माल को शहर/जिले की सीमा में नही आने दिया जाएगा। उज्जैन के कुछ ट्रांसपोर्टर प्रदेश की सीमाओं पर बाहर से आनेवाले ट्रकों को रोकने के लिए बनाए गए प्रदेशभर के दल में शामिल हो गए हैं और बार्डर पर हैं। उज्जैन गुड्स ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष सौरभ जैन एवं उज्जैन ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अश्विन नरूला ने बताया कि ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के वेस्ट झोन के आव्हान पर हड़ताल प्रारंभ हो गई है। उन्होने बताया कि इस हड़ताल का व्यापक असर जिले के व्यापार पर पड़ेगा,जो इसप्रकार है- जिले के व्यापारियों को ट्रांसपोर्ट द्वारा रोजाना करीब 450 टन विभिन्न आयटम आते हैं। इस करोड़ो रूपये के छोटे से बड़े सामान को बेचने पर व्यापारियों को प्रतिदिन 1 से डेढ़ करोड़ रूपये का मुनाफा होता था। रोजाना की चीजों का बहुत बड़ा स्टॉक नहीं होता है। अत: तीसरे दिन तक वस्तुओं की तंगी का सामना लोगों को करना पड़ेगा। * जिले के पेट्रोल पम्पों पर डीजल की करीब 40 प्रतिशत खपत प्रभावित होगी,जिससे सरकार को राजस्व की हानि होगी। * प्रदेश के सभी प्रवेश बेरियर्स सहित प्रदेशभर में सड़कों पर बने टोल नाकों पर बाहर से लोडिंग वाहन नहीं आने और बाहर नहीं जाने के कारण राजस्व का बड़ा नुकसान होगा। * बुकिंग बंद होने से प्रदेश के बाहर उज्जैन से दोना पत्तल,अगरबत्ती,कपड़ा आदि का लदान नहीं होगा। इससे यहां के व्यापारियों और बाहर के व्यापारियों का नुकसान होगा। * जिले से महाराष्ट्र,गुजरात और राजस्थान में प्रमुख रूप से सामान जाता है ओर वहां से आता है। यह प्रभावित रहेगा। * उज्जैन की उद्योगपुरी से रोजाना करोड़ो रूपये का सामान जाता है,जिसका लदान कल से बंद है। अत: यह कारोबार भी प्रभावित होगा। * ट्रांसपोर्ट व्यापारी तीन दिन तक करीब 15 लाख रूपये का भुगतान अपनी जेब से 20 हजार से अधिक वाहनों के ड्रायव्हरो एवं परिचालकों को करेंगे। यह है प्रमुख चार मांगे 1. प्रदेश सरकार द्वारा डीजल की मूल्य वृद्धि वापस ली जाए। 2. खाद्य सामग्री एवं आवश्यक परिवहन में लगे ड्रायव्हर्स को विशेष कोविड-19 बीमा पॉलिसी दी जाए। 3. लॉकडाउन अवधि में तीन माह तक वाहन खड़े रहे। ऐसे में तीन माह का सभी प्रकार का टेक्स वाहनों पर माफ किया जाए। 4. आरटीओ बेरियर पर चल रहे भ्रष्ट्राचार को बंद किया जाए। हिन्दुस्थान समाचार / ललित-hindusthansamachar.in

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