पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर हिंडोला महोत्सव की धूम
पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर हिंडोला महोत्सव की धूम

पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर हिंडोला महोत्सव की धूम

गुना, 12 जुलाई (हि.स.)। मध्यांचल के पुष्टि भक्ति केंद्रों पर इन दिनों श्रावण मास के तहत एक माह तक चलने वाले हिंडोला महोत्सव की धूम है। अंतरराष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद के प्रांतीय प्रचार प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि श्रावण की एकम से प्रारंभ हुए हिंडोला महोत्सव का समापन 06 अगस्त को हिंडोला सुरंग के साथ होगा। अंचल के करीब 250 ग्रामों सहित शहरी क्षेत्र के सत्संग मंडलों एवं श्रीनाथ जी के मंदिरों एवं निजी गृहों में श्रावण मास में भगवान श्रीकृष्ण को हिंडोला में झुलाने की प्राचीन परंपरा है। इस अवसर पर बरखा का राग मल्हार गाकर श्री ठाकुर जी एवं राधारानी की कैशोर्य लीलाओं का स्मरण किया जाता है। मंथन के मुताबिक जिले के करीब 150 ग्रामों में स्थित मंडलियों एवं प्रमुख भक्ति केंद्रों गुना शहर के श्रीनाथ जी मंदिर, परवाह, बने, ऊमरी, भिंडरा, रतनपुरा, लालोनी, कालोनी, मगरोडा, झागर, बमोरी, फतेहगढ़ सहित क्षेत्रीय सत्संग मंडलों में इन दिनों सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रावण मास में राग मल्हार गुंजित हो रहा है। 'हिंडोरे भाई झूलत लाल बिहारी, संग झूले वृषभान नंदिनी प्राणन हूते प्यारी’। मंगला दर्शन से शयन पर्यन्त मल्हार राग में ठाकुर जी की भक्ति में लीला भक्तों का आनंद देखने लायक होता है। पुष्टिमार्ग में अष्टसखा सूरदास, कुंभनदास, परमानंद दास, कृष्णदास, छीतस्वामी, नंददास, चर्तुभुजदास के पदों का गायन होता है। कैलाश मंथन के मुताबिक यह उत्सव 06 अगस्त तक जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि श्रावण मास में बमोरी अंचल में वृजधाम जैसा नजारा रहता है। सैकड़ों वैष्णव परिवारों में हिंडोला महोत्सव बड़े उत्साह से मनाया जाता है। बमोरी अंचल में करीब एक लाख से अधिक वैष्णव भगवान कृष्ण की भक्ति में डूबकर अपनी श्रद्धा जाहिर करते हैं। पवित्रा एकादशी महोत्सव 30 अगस्त को श्रावण मास में पवित्रा एकादशी का विशेष महत्व है। इस अवसर पर अखंड अष्टाक्षर मंत्र एवं भगवन्नाम जाप के साथ हिंडोला महोत्सव में श्री ठाकुर जी को पवित्रा धारण कराए जाते हैं। सभी पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर 30 जुलाई को मनाया जाएगा। इस दिन को पुष्टिमार्गीय की स्थापना का दिन कहा जाता है। वहीं 20 जुलाई को हरियाली अमावस्या पर विशेष हिंडोलात्सव एवं मनोरथ का आयोजन किया जाएगा। शहर में श्रावण हिंडोला महोत्सव में उमड़ रहे श्रद्धालु श्रीनाथ जी के मंदिरों में एक माह तक चलने वाले हिंडोला उत्सव के तहत श्री यमुना जी के तट पर सुरंग, लहरिया, फूल, हरीघटा, कदंब की डार, चुनरी, पीलीसाटन, कालीघटा के हिंडोरों में ठाकुर जी झुलाए गए। आगामी दिनों में हिंडोला महोत्सव के तहत हिंडोला कांच, केशरी, फल, मोती, मेवा, हिंडोला पवित्रा, केलकंज, काली चुनरी, हिंडोला राखी, हरीघटा भुजरिया, फलफूल, लाल चुनरी, हिंडोला सुरंग के साथ 06 अगस्त को हिंडोला महोत्सव का समापन होगा। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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