पान मसाला के भाव सातवें आसमान पर, व्यापरियों के पास भरपूर स्टाॅक
पान मसाला के भाव सातवें आसमान पर, व्यापरियों के पास भरपूर स्टाॅक

पान मसाला के भाव सातवें आसमान पर, व्यापरियों के पास भरपूर स्टाॅक

मंदसौर, 13 जून (हि.स.)। लाॅकडाउन में सर्वाधिक दामों में कोई चीज बिकी थी तो वही थी पान मसाला, तम्बाकू, गुटखा। शासन ने कोरोना लाॅकडाउन के दौरान इन चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके कारण तम्बाकू उत्पादकों की खूब कालाबाजारी हुई और व्यापारियों ने जमकर चांदी काटी थी उस समय हालत यह थे कि 5 रुपये का पाउच 20 रुपये तक बिक रहा था और लोग खरीद भी रहे थे। अब एक बार फिर से व्यापारी तम्बाकू उत्पादों की कृत्रिम किल्लत पैदा कर भाव बढ़ाकर अच्छी चांदी काटने में लगे और प्रशासन का इस और कोई धयान नहीं है। जानकारी के अनुसार नगर के व्यापारी तम्बाकू उत्पादों के होल सेल व्यापारियों ने एकता कर व्यापारी तम्बाकू उत्पादों के भाव बढ़ा दिए है और बाजार में इनकी किल्लत बताई जा रही है। चूंकि गुटखा, तम्बाकू खाने वालों की स्थिति यह है उन्हें रोटी, सब्जी नहीं मिले तो चले लेकिन तम्बाकू नहीं मिले तो उनका दिन नहीं कटे। इसी बात का फायदा उठाते हुए नगर के गुटखा व्यापारियों द्वारा होलसेल भावों में भी 20 से 60 रुपये प्रति पैकेट की तेजी कर दी। बताया यह जा रहा है कि माल नहीं है जबकि हकीकत यह है कि भरपूर मात्रा में माला पडा है। उधर, फिर से लाॅकडाउन होने की अफवाह ने व्यापारियों के प्लाॅन बल मिल गया। यही स्थिति 30 नम्बर बीड़ी की भी है। हर किसी को नहीं दिया जा रहा माल व्यापारियों ने एकता कर बाजार में कृतिम किल्लत निर्मित करने के जो प्लाॅन बनाया उसमें हर किसी को माल नहीं दिया जा रहा है। व्यापारियों द्वारा माल अपने परिचिति रिटेल व्यापारियों को ही दिया जा रहा है ताकि बाजार में व्यापारी तम्बाकू उत्पादों की किल्लत रहें वहीं व्यापारियों द्वारा एकता कर शाम 5 बजे ही एक साथ दुकानें बंद कर दि जाती है फिर अगले दिन एक साथ मिलकर सभी व्यापारियों नया भाव खोलते है। यह क्रम विगत कई दिनों से चल रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक इस कालाबाजारी की और कोई ध्यान नहीं दिया गया है। आमजनों की कमजोरी का फायदा उठाते व्यापारी जो लोग तम्बाकू, गुटखा, पान मसाला खाते है उन्हें इसके नशे की भयंकर लत होती है। जिसके बिना वे नहीं रह सकते है। यदि यह गुटखा खाने वाले लोग ठान ले कि हम कुछ दिन गुटखा नहीं खायेगे तो इन व्यापारियों का सब प्लान धरा का धरा रह जायें लेकिन हो इसके उलट रहा। लोग तो हर किमत पर गुटखा लेने को तैयार है। हिन्दुस्थान समाचार / अशोक / विजयेन्द्र-hindusthansamachar.in

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