तालाबंदी के दौरान मंडल पर कई पुराने गतिवरोधकों को दूर कर नियमित मरम्मत के कार्य किए गए
तालाबंदी के दौरान मंडल पर कई पुराने गतिवरोधकों को दूर कर नियमित मरम्मत के कार्य किए गए

तालाबंदी के दौरान मंडल पर कई पुराने गतिवरोधकों को दूर कर नियमित मरम्मत के कार्य किए गए

रतलाम, 06 जुलाई(हि.स.)। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल रतलाम जंक्शन अप यार्ड में ज्यादा डिग्री का खराब ले आऊट था, जिसे 05 दिनों का ब्लॉक लेकर दूर किया गया । मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने सोमवार को बताया कि तालाबंदी के दौरान जब यात्री गाडिय़ों का सीमित मात्रा में परिचालन किया जा रहा है तो इस दौरान मंडल पर कई पुराने गति अवरोधकों को दूर किया गया एवं नियमित मरम्मत के कार्य भी किये गये। रतलाम मंडल पर इनमें से एक महत्वपूर्ण कार्य रतलाम जंक्शन अप यार्ड में खराब ले आऊट को दुरूस्थ करने का कार्य भी शामिल हो गया है। रतलाम अप यार्ड में ज्यादा डिग्री कर्व के कारण खराब लेआउट था, जिसकी वजह से पिछले दो वर्षों में दो अवपथन की घटना हो चुकी है। यहॉं पर पर मल्टीपल रिवर्स क्रॉस ओवर एवं शार्प कर्वेचर्स है। ऐसे ले आऊट पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ले आऊट को ठीक किया जाना अत्यंत आवश्यक था। इसके लिए अप यार्ड स्थित वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर(रेल पथ) उत्तर के अवेंडन्ड कार्यालय को तोड़कर इन शॅार्प कर्वेचरों को सीधा करने का कार्य किया गया है। इस कार्य के लिए मुख्य संरक्षा आयुक्त का अनुमोदन 06 जून को प्राप्त होने के पश्चात रतलाम मंडल द्वारा द्रूत गति से कार्य करते हुए 28 जून तक कार्य आरंभ करने से पूर्व की सारी तैयारियॉं कर ली गई । उक्त कार्य का कार्यादेश 29 जून को जारी हुआ तथा कार्य समापन की समय सीमा 5 दिन निर्धारित की गई। इस कार्य में 520 टीआरएम फॉर्मेशन लेवल तक समतल किया गया तथा उसके ऊपर बैलास्ट बिछाकर बैड तेयार किया गया, उसके उपरांत 5 टर्नआऊट को टी-28 मशीन से शिफ्ट किया गया । रतलाम मंडल द्वारा तैयार ले आऊट के आधार पर शार्प कर्वेचर घटकर 6 डिग्री पर आ गया एवं लाइनों की अनावश्यक गोलाई को घटाकर सीधा कर दिया गया है। टीआरडी विभाग द्वारा 22 मास्ट लगाने हेतु 22 मास्ट तैयार किए गए एवं पुराने ओ.एच.ई. लाइन को हटाकर नई सिधाई में स्थापित किया गया। सिगनल एवं टेलीकॉम विभाग द्वारा 02 सिगनलों को शिफ्ट करने के लिए टर्नआऊट के परिवर्तित स्थान पर केबल बिछाई गई । इस प्रकार रतलाम मंडल के इंजीनियरिंग, सिगनल एवं टेलीकॉम, टीआरडी सहित अन्य विभागों के सामूहिक प्रयास के कारण निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किया गया एवं ट्रैक को 04 जुलाई को फिट दिया गया। इस कार्य के सम्पन्न हो जाने से गति अवरोधक तो दूर हुआ ही संरक्षित गाड़ी परिचालन में भी इससे मदद मिलेगी। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in

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