गोदामों में भंडारित 1.27 लाख चावल में 94 हजार क्विंटल अमानक चावल
गोदामों में भंडारित 1.27 लाख चावल में 94 हजार क्विंटल अमानक चावल

गोदामों में भंडारित 1.27 लाख चावल में 94 हजार क्विंटल अमानक चावल

जांच रिपोर्ट में 94 सैम्पल में 52 फेल, 5 सैम्पल की होगी पुन: जांच अनूपपुर, 29 सितम्बर (हि.स.)। जिले के 13 गोदामों में भंडारित 1.27 लाख क्विंटल चावल की जांच रिपोर्ट में अब 10 सैम्पल जांच की मात्रा और बढ़ गई है। पूर्व में जहां 84 सैम्पल थे, वहीं अब 94 सैम्पल हो गए हैं। इनमें 52 फेल और 42 पास हैं। जबकि 5 सैम्पल को पुन: जांच कराया जाएगा, जिसके उठाव पर फिलहाल विभाग ने रोक लगा रखी है। बताया जाता है कि भारतीय खाद्य निगम की जांच रिपोर्ट में कुल 1 लाख 27 हजार 500 क्विंटल चावल के भंडारण में 94 सैम्पल लिए गए थे। जिसमें 52 फेल बताए गए हैं। इन 52 सैम्पल में 94 हजार 982 क्विंटल अमानक या निम्न स्तर के पाए गए हैं। जिसके बाद मप्र. स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर के जिला प्रबंधक हेमंत तालेगांवकर ने जिले के 12 मिलरों को नोटिस जारी करते हुए चावल के अपग्रेडेशन की पूरी प्रक्रिया में व्यय, भंडारण शुल्क व ब्याज का वहन करने के निर्देश दिए है। जानकारी के अनुसार जिले में भंडारित चावल की सैम्पलिंग में 12 मिलरों का 94 हजार 982 क्विंटल चावल में ब्रोकन एवं डेमैज की मात्रा 8 प्रतिशत से 12 प्रतिशत अधिक पाई गई है। जानकारी के अनुसार, इनमें अमित राइस मिल अमलाई के 2587.95 टन, दीपेन्द्र केशरवानी राइस मिल वेंकटनगर के 1685.82 टन, केशरवानी राइस मिल फुगना के 1024.95 टन, बालगोंविद राइस मिल प्रोड्क्टस 1496.60 टन, आयशा राइस मिल खोड्री 3186 टन, अन्नपूर्णा राइस मिल कोतमा 3394.55 टन, अब्दुल वाहिद राइस मिल कोतमा 1329.90 टन, श्याम राइस मिल कोतमा 116 टन, गजानन राइस मिल कोतमा 174 टन, मां ज्वाला उचेहरा राइस मिल 133.40 टन, ओम राइस मिल 121.75 टन गोदामों में भंडारित हैं, जिसकी सैम्पलिंग जांच एफसीआई द्वारा की गई है। 12 मिलरों को जारी हुई नोटिस चावल में ब्रोकन व टूटन की मात्रा 8 प्रतिशत से 12 प्रतिशत मिलने पर चावल निर्धारित मापदंडो से निम्न क्वालिटी का मानते हुए नागरिक आपूर्ति विभाग ने सभी 12 मिलरों को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें निम्न गुणवत्ता चावल जमा करने वाले मिलरो को जिम्मेदार ठहराया है। इसके रिजेक्शन बनाकर उनके स्वयं के व्यय पर चावल के अपग्रेडेशन के निर्देश दिए गए है। चावल के अपग्रेडेशन की प्रक्रिया में हुए व्यय,भंडारण शुल्क व ब्याज का वहन मिलर द्वारा किया जाएगा तथा अपग्रेडेशन के बाद गुणवत्ताविहीन चावल जमा करने पर उनका लॉट स्वीकार नहीं किए जाने के निर्देश दिए है। प्रबंधक नागरिक आपूर्ति अधिकारी हेमंत तालेगांवकर ने बताया कि हमने मिलरो को नोटिस जारी किया है, उन्हें चावल उठाने के निर्देश देते हुए अपनी व्यय पर जमा करने के भी निर्देश दिए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला-hindusthansamachar.in

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