कांग्रेस हमेशा दलितों का अपमान करती रही है, उन्हें अपना गुलाम समझती है : दुष्यंत कुमार गौतम
इंदौर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस की मानसिकता हमेशा से दलित विरोधी रही है। कांग्रेस ने हमेशा से दलितों का उपयोग सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए किया है। उनके नेता कमलनाथ एक दलित मंत्री को अपशब्द कह रहे हैं तो उनके पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अपनी मानसिकता का परिचय कई बार दे चुके हैं। कांग्रेस द्वारा महिलाओं के लिए आयटम, टंच माल जैसे शब्दों का प्रयोग इनकी सोच, समझ की शक्ति और मानसिकता को दर्शाता है। ये बातें भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंतकुमार गौतम ने शुक्रवार को इंदौर में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं द्वारा दलितों को लेकर ऐसी टिप्पणी पहली बार नहीं की गई है। वे पहले भी दलितों को लेकर टीका-टिप्पणी करते रहे हैं। ऐसी अनेक घटनाएं घटी हैं। ऐसी ही घटना एक बार कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिन्दवाड़ा में भी घट चुकी है, जिसमें दलितों का अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अपनी मानसिकता है। कांग्रेस को लगता है कि दलितों के वोट आसानी से मिल जाते हैं। इन उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी 28 में से 28 सीटें जीतेगी, क्योंकि अब दलित कांग्रेस की सोच और मानसिकता को समझ गए हैं और वे ये भी जानते हैं कि कांग्रेस उनका उपयोग सिर्फ वोटों के लिए करती है। दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि कांग्रेस ने तो डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को भी नहीं छोड़ा और उनका भी अपमान किया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर को कांग्रेस ने चुनाव नहीं जीतने दिया। वर्ष 1952 में देश-प्रदेश के अंदर बड़े राजनैतिक दल नहीं थे। जनसंघ का निर्माण ही हुआ था, लेकिन उस समय चुनाव में कांग्रेस ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के विरूद्ध वर्ष 1952 एवं वर्ष 1953 में हुए उपचुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करके डॉ. आंबेडकर को हराने का काम किया। राष्ट्रीय महामंत्री गौतम ने कहा कि सबसे ज्यादा दुख तब ब हुआ, जब डॉ. भीमराव अंबेडकर के मकान मालिक ने दिल्ली में उनका सामान उठाकर बाहर फेंक दिया। डॉ. आंबेडकर का अंतिम संस्कार भी दिल्ली में नहीं होने दिया। दादर, मुंबई में अंतिम संस्कार हुआ। आज देश का दलित पूछ रहा है कि कांग्रेस ने अपने नेताओं की समाधियां तो बनाई, लेकिन डॉ. आंबेडकर की समाधि कहां पर है? अब कांग्रेस दलितों के इस सवाल का जवाब दे कि उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर का अंतिम संस्कार दिल्ली में क्यों नहीं करने दिया और उनकी समाधि क्यों नहीं बनाने दी। उन्होंने कहा कि मैं धन्यवाद देना चाहूंगा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी को, जिन्होंने कहा कि जब गांधीजी, नेहरूजी की समाधि हो सकती है, तो आंबेडकर जी की क्यों नहीं हो सकती है? अब 12 एकड़ में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार डॉ. भीमराव आंबेडकर की समाधि बनाने का काम कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे-hindusthansamachar.in