उमरिया: सामुदायिक आजीविका उत्पाद विक्रय केंद्र का शुभारंभ
उमरिया: सामुदायिक आजीविका उत्पाद विक्रय केंद्र का शुभारंभ

उमरिया: सामुदायिक आजीविका उत्पाद विक्रय केंद्र का शुभारंभ

उमरिया, 09 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेश सरकार की आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिले में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्व सहायता समूहों द्वारा स्थानीय संसाधनों एवं स्थानीय बाजार की उपलब्धता के आधार पर आर्थिक गतिविधियों से जुड़े कार्यों का उत्पादन और उनका विक्रय शुरू कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा स्व सहायता समूहों के माध्यम से निर्मित वस्तुओं के विक्रय के लिए जिला पंचायत में सामुदायिक आजीविका उत्पाद केंद्र प्रारंभ किया गया है। शहडोल संभाग के कमिश्नर नरेश पाल ने शुक्रवार को फीता काटकर इस केंद्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ अंशुल गुप्ता, राजस्व उपायुक्त डीपी बर्मन, एसडीएम अनुराग सिंह, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ जीएस तेकाम, लेखा अधिकारी अखिलेश पाण्डेय, जन अभियान परिषद जिला समन्वयक रवींद्र शुक्ला, आजीविका परियोजना की जिला परियोजना कामना त्रिपाठी, मधु शुक्ला, तृप्ती गर्ग, सहित स्व सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित थीं। कमिश्नर नरेश पाल ने इस केन्द्र का शुभारंभ करने के बाद स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री साबुन निर्माण, सेनेटरी नेपकीन, मास्क, दरवाजे के पर्दे, डोरमेट, भगवान के पहने वाले कपड़े, लडडू गोपाल के वस्त्र, जैविक उत्पाद, हल्दी, धनिया, कोदो, मक्का, अलसी आदि का अवलोकन किया। उन्होंने स्व सहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा कर उनके प्रशिक्षण, मार्केटिंग तथा बैंक लिंकेज आदि के संबंध में जानकारी ली और समूह की महिलाओ द्वारा शुरू की गई आर्थिक गतिविधियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें उत्पादन और अधिक बढ़ाने तथा उसके मार्केटिंग के भी प्रयास की समझाइश दी। जिला प्रबंधक एनआरएलएम कामना त्रिपाठी ने बताया कि इस सामुदायिक आजीविका उत्पाद केंद्र में जिले की 25 स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित वस्तुओं को विक्रय के लिए रखा गया है। सामग्री की दरें भी बाजार दरों से कम है। कोई भी व्यक्ति यहां उपलब्ध सामग्री खरीद सकता है। कमिश्नर पाल ने आजीविका परियोजना के अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक्सपर्ट प्रशिक्षकों के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाएं और स्व सहायता समूहों को गतिविधियों से जोड़े। उत्पाद के विक्रय हेतु स्थानीय व्यापारियों से उनका लिंकेज कराएं। जैविक उत्पाद को प्रोत्साहन दें तथा कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के सेवा निवृत्त अधिकारियों के माध्यम से उसका प्रशिक्षण सुनिश्चित कराए। कमिश्नर ने किया जिला पंचायत का निरीक्षण शहडोल कमिश्नर नरेश पाल ने शुक्रवार को अपने एक दिवसीय उमरिया भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण का निराकरण शीघ्र हो तथा विभागीय जांच की कार्यवाही भी शीघ्रता के साथ पूरी की जाए। निशक्त जनों को मिलने वाली सुविधाएं जनप्रतिनिधियो के माध्यम से वितरित कराई जाए। जन अभियान परिषद के माध्यम से कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु जन जागरूकता अभियान चलाया जाए तथा शासीकय योजनाओं का भी प्रचार प्रसार किया जाए। समग्र स्वच्छता अभियान के तहत स्वीकृत 190 सामुदायिक शौचालयों का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों को खुले मे शौच से मुक्त कराया जाए। मनरेगा योजना के तहत उद्यानिकी विभाग के माध्यम से उद्यानिकी एवं वृक्षारोपण की गतिविधियां संचालित की जाए। कमिश्नर ने जिला पंचायत में सामाजिक न्याय कार्यालय, ई-गवर्नेंस कार्यालय, जिला पंचायत की विभिन्न शाखाओं , आजीविका परियोजना कार्यालय का भी अवलोकन किया। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/राजू-hindusthansamachar.in

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