उज्जैन में कोरोना मरीजों में वायरस का नया ट्रेंड
उज्जैन में कोरोना मरीजों में वायरस का नया ट्रेंड

उज्जैन में कोरोना मरीजों में वायरस का नया ट्रेंड

उज्जैन, 26 दिसम्बर (हि.स.)। शहर में जो लोग कोराना पॉजिटिव होकर अपना उपचार शा.माधवनगर में भर्ती होकर या होम क्वारेंटाईन रहकर करवा रहे हैं, उनमें एक नया ट्रेण्ड देखने में आ रहा है। वायरस का यह ट्रेंण्ड देखकर डॉक्टर्स चौंक रहे हैं लेकिन विश्लेषण नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। मरीजों की शुगर और बीपी 6 से 8वें दिन में जाकर बढ़ रहा है। शा.माधवनगर में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सारे टेस्ट प्रतिदिन सुबह एवं शाम को होते हैं। पेरा मेडिकल स्टॉफ के द्वारा तापमान,बीपी,शुगर की जांच की जाती है वहीं चेस्ट की जांच भी समय-समय पर होती है। यहां भर्ती मरीजों में दो प्रकार की बातें सामने आ रही है। इस पर सीधी टिप्पणी से डॉक्टर्स बच रहे हैं लेकिन वे यह जरूर कह रहे हैं कि पहले ऐसा नहीं होता था। मरीजों को नियमित उपचार के लिए एंटी बायोटिक्स सहित अन्य दवाइयां दी जाती है। कई मरीजों ने डॉक्टर्स को शिकायत की कि उनको छठे दिन बाद से थोड़ा भारीपन लगा और घबराहट सी लगी। ऐसे कई मरीज तो डिस्चार्ज हो गए हैं वहीं कई अभी भर्ती हैं और इसप्रकार की शिकायत राउण्ड पर आनेवाले डॉक्टर्स से कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारा बीपी और शुगर पूर्व में नार्मल थे। यहां भी 6 दिन तक नार्मल रहे। अब क्यों ये बढ़ रहे हैं। फिलहाल इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इनका कहना है इस संबंध में नोडल अधिकारी डॉ.एचपी सोनानिया ने बताया कि ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन यह पता नहीं लग रहा है कि ऐसा क्यों हो रहा है। संभव है जो एंटीबायोटिक्स आदि दवाईयां दी जा रही है, उनका साइड रिएक्शन हो। हम विचार कर रहे हैं कि इस मामले में विश्लेषण करके उपर बात करें। हिन्दुस्थान समाचार / ललित-hindusthansamachar.in

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