आस्ट्रेलिया में विवाहित मनोरोगी महिला को उसके परिजनों को सौंपा
आस्ट्रेलिया में विवाहित मनोरोगी महिला को उसके परिजनों को सौंपा

आस्ट्रेलिया में विवाहित मनोरोगी महिला को उसके परिजनों को सौंपा

रतलाम, 19 दिसम्बर (हि.स.)। आस्ट्रेलिया में विवाहित बड़ोदा निवासी एक मनोरोगी महिला रतलाम पहुंच गई, जो अमेरिका जाने की रट लगा रही थी। बाद में उसके परिजनों को बड़ोदा से बुलवाया और उसे सकुशल उनकेे हवाले कर दिया। मराठी, गुजराती, अंग्रेजी भाषा की जानकार यह महिला फरार्टे में अंग्रेजी बोल रही थी, इससे लगता नहीं था कि वह मनोरोगी हैै, लेकिन उसके हावभाव से पता चल रहा था। समाजसेवी गोविन्द काकानी ने शनिवार को बताया कि उनको महिला थाना में पदस्थ अधिकारी पिंकी आकाश ने इस महिला के बारे में बताया, तब जिला चिकित्सालय की पुलिस चौकी पर लाकर उसकेे संबंध में जानकारी एकत्रित की। काकानी ने अस्पताल पुलिस चौकी पर पहुंचकर चौकी प्रभारी अशोक शर्मा के साथ मिलकर उक्त महिला से जानकारी जुटाना शुरू की परंतु वह हर बार यह कहती कि मुझे निर्देश मिला है अमेरिका जाना है ,फ्लाइट कितने बजे आएगी। उससे पासपोर्ट व आधार कार्ड के बारे में पूछा, परंतु कोई भी पहचान पत्र उसके पास नहीं था। परिवार के बारे में जानकारी पूछते तो वह बोलती कि बताने का मना किया है। ऐसे में उसका आत्मविश्वास जीतने के लिए गोविंद काकानी ने बेटे सौरभ काकानी को फोन लगाया और उससे इंदौर से अमेरिका की फ्लाइट कितने बजे हैं कितने घंटे लगते हैं आदि जानकारी पूछी, जिससे उसको विश्वास हो गया कि यह मुझे अमेरिका भिजवाएंगे। पश्चात काकानी ने उससे कहा कि फ्लाइट में व्यवस्था हो गई है, परंतु तुम्हारा पासपोर्ट नहीं है। वहां मैं कैसे तुम्हें बिठा पाऊंगा, तुम चाहो तो घर वालों से मेरे व्हाट्सएप पर बुलवा लो। यह तरकीब काम आई, उसने मेरे मोबाइल से पिताजी को फोन लगाया और हमारा काम हो गया। मैंने उससे कहा लाओ पिताजी से मेरी बात करा दो उनको कहां बुलवाना है बता देता हूं। वह तुम्हें विमान में छोडऩे आ जाएंगे, पश्चात पिता को बताया यह सुबह रतलाम रेलवे स्टेशन उतर कर पैदल जा रही थी तो पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने परिस्थिति को भांपते हुए महिला पुलिस अधिकारी के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भिजवा दिया। सूचना मिलने पर महिला का विवरण देते हुए परिजनों ने बताया कि उक्त मनोरोगी (आरती सोनी) (36) पुत्र हेमंत सोनी निवासी माजलपूरा, बड़ौदा रात्रि 3 बजे घर से निकल गई। छह वर्ष पूर्व मनोरोग लग जाने के कारण दो-तीन बार यह पूर्व में भी घर से निकल चुकी है। आप इसे जाने मत देना, हम तत्काल गाड़ी कर रतलाम पहुंच रहे हैं। रात्रि में पिता हेमंत सोनी पत्नी कल्पना सोनी को लेकर रतलाम पहुंचे। पिता ने बताया कि आरती की शादी ऑस्ट्रेलिया निवासी जयकिशोर भाई से हुई परंतु मनोरोगी होने के कारण उसे भारत वापस भेज दिया। तब से इसकी हालत में सुधार हेतु अनेक डॉक्टरों को दिखाया और अभी भी इलाज जारी है। आरती ने बीकॉम किया है। उसका अनुभव दिन में बातचीत करने पर हर भाषा में उसने उत्तर दिया इतनी अधिक उच्च शिक्षित एवं ज्ञानी होने के बाद भी उसके मनोरोगी होने पर सभी कोई आश्चर्यचकित थे। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in

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