आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत त्रिवेणी गौशाला में बनाये जा रहे ईको फ्रेंडली दीपक
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत त्रिवेणी गौशाला में बनाये जा रहे ईको फ्रेंडली दीपक

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत त्रिवेणी गौशाला में बनाये जा रहे ईको फ्रेंडली दीपक

बैतूल, 08 नवम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय आजीविका मिशन जिला पंचायत बैतूल एवं त्रिवेणी गौशाला झगडिय़ा के संयुक्त प्रयासों से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आत्मनिर्भर अभियान सफल होता नजर आ रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से सम्बद्ध स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा त्रिवेणी गौशाला के सहयोग से दीपावली त्यौहार के लिए गाय के गोबर से ईको फ्रेंडली दीपक, मूर्तियां, शुभ-लाभ, धूपबत्ती, अगरबत्ती सहित अन्य पूजन सामग्री तैयार कर रही है। गाय के गोबर से निर्मित होने वाले दीपक सहित अन्य पूजन सामग्री के विक्रय से जहां स्वसहायता समूह की महिलाओं की दीवाली रौशन होगी। वहीं ईकोफ्रेंडली सामग्री के उपयोग से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा। साथ ही आमजन में स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल के प्रति जागरूकता पैदा होगी। स्वसहायता समूह की महिलाओं ने दीपावली त्यौहार के लिए गाय के गोबर से लगभग 25 हजार दीपक सहित अन्य पूजन सामग्री बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिनका विक्रय नएआरएलएम के आजीविका मार्ट बैतूल, भोपाल हॉट सहित लोकल मार्केट के माध्यम से किया जायेगा। त्रिवेणी गौशाला प्रबंधन दे रहा नि:शुल्क प्रशिक्षण बैतूल जिले के झगडिय़ा ग्राम में निराश्रित, बीमार, बेसहारा के सेवा प्रकल्प के रूप में लगभग 20 वर्षो से संचालित त्रिवेणी गौशाला में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म निर्भर भारत अभियान को मूर्तरूप दिया जा रहा है।त्रिवेणी गौशाला के प्रबंधक मनोज वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत बैतूल से सम्बद्ध पांच स्वसहायता समूह की 25 महिलाओं को त्रिवेणी गौशाला में देशी गाय के गोबर से ईको फ्रेंडली मूर्तियां, दीपक सहित दीपावली से संबंधित पूजन सामग्री बनाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्मा के मुताबिक प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं द्वारा जिले के अन्य स्वसहायता समूहों को गाय के गोबर से ईको फ्रेंडली सामग्री निर्माण का प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे दीपावली सहित अन्य त्यौहारों पर एसएसजी की महिलाओं द्वारा ईको फ्रेंडली सामग्री का विक्रय किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण लेने वाली महिलाएं स्वरोजगार भी स्थापित कर सकेगी। एनआरएलएम करेगा मार्केटिंग त्रिवेणी गौशाला में प्रशिक्षण के दौरान स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा गाय के गोबर से बनाये जा रहे उत्पादों की मार्केटिंग एनआरएलएम द्वारा की जायेगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बैतूल के जिला प्रबंधक सतीष पंवार ने बताया कि स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दीपावली त्यौहार के मद्देनजर गाय के गोबर से बनाये जा रहे दीपक, मूर्तियों सहित अन्य उत्पादों का विक्रय एनआरएलएम के आजीविका मार्ट बैतूल सहित भोपाल हॉट के माध्यम से किया जायेगा। उन्होंने बताया कि स्वसहायता समूह की महिलाएं स्थानीय स्तर पर भी स्वनिर्मित ईको फ्रेंडली उत्पादों का विक्रय कर सकती है। आमदनी बढ़ेगी- चन्द्रकला गाय के गोबर से दीपक, मूर्तियां सहित अन्य पूजन सामग्री बना रही स्व सहायता समूह की महिलाएं खासी उत्साहित है। लक्ष्मी स्वसहायता समूह ग्राम भोगीतेड़ा की अध्यक्ष चन्द्रकला पंवार ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा त्रिवेणी गौशाला के माध्यम से उन्हें गोबर के दीपक सहित अन्य सामग्री बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चन्द्रकला ने बताया कि दीपावली त्यौहार पर गाय के गोबर से निर्मित सामग्री के विक्रय से स्वसहायता समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी, साथ ही ईको फ्रेंडली सामग्री के पर्यावरण को नुकसान भी नहीं होगा। पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा- मीरा शिव स्वसहायता समूह बडोरा की अध्यक्ष मीरा सरले ने बताया कि हमारा समूह आजीविका मिशन के तहत काम करता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत स्वसहायता समूह की महिलाओं को त्रिवेणी गौशाला द्वारा दीपावली त्यौहार के लिए गाय के गोबर से दीपक, मूर्तियां, शुभलाभ सहित अन्य पूजन सामग्री बनाना सिखाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उक्त सामग्री बेचने से समूह की महिलाओं को आर्थिक लाभ होगा और गोबर से निर्मित सामग्री के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण भी होगा। हिन्दुस्थान समाचार / विवेक सिंह भदौरिया-hindusthansamachar.in

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