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बच्चों को मिले गुणवत्तायुक्त शिक्षा, इसके लिए हम नहीं छोड़ेंगे कोई कसर : शिवराज

मुख्यमंत्री ने 14.53 लाख विद्यार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की 344 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति भोपाल, 26 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मंत्रालय से समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत प्रदेश के कक्षा 9वीं से 12वीं के 14.53 लाख विद्यार्थियों के बैंक खातों में 344 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति ऑनलाइन ट्रांसफर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छठवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा देने का काम क्रमश: शुरू किया जाएगा। बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिले, इसमें हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में समेकित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 344 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों के खाते में सिंगल क्लिक से ट्रांसफर कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उनसे संवाद किया। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चों, यह साल बहुत कठिन था। कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लग गया और तुम्हें घर पर ही पढऩे के लिए मजबूर होना पड़ा। मैं शिक्षा विभाग को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का हरसंभव प्रयास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के तीन प्रमुख ध्येय होते हैं- ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना है। हमारे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, हम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि मनुष्य केवल साढ़े तीन हाथ का हाड़-मांस का पुतला नहीं है, बल्कि ईश्वर का अंश और अनंत शक्ति का भंडार है। मेरे बच्चों पूरे मन से तुम पढ़ाई करोगे, तो निश्चित रूप से सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी। उन्होंने कहा कि मनुष्य जिस काम के लिए संकल्प कर लेता है, उसके लिए स्वत: उसमें आत्मबल और विश्वास आ जाता है। जिन खोजा तिन पाइयां, जो खोजते हैं, वो पाते हैं। मेरे बच्चों, पूरी दृढ़ता से जुट जाओ, लक्ष्य प्राप्ति से तुम्हें कोई रोक नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि पहले उद्देश्य में पीढिय़ों से संचित ज्ञान पढऩे वाले विद्यार्थियों को प्रदान कर दिया जाता है। कौशल देने से तात्पर्य, पढक़र हम इतने योग्य बन जाएं कि आजीविका का प्रबंध कर सकें। नागरिकता के संस्कार से मतलब है हमारे बच्चे ईमानदार, परिश्रमी, कर्मठ, चरित्रवान, देशभक्त बनें। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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