uproar-over-separate-entry-in-the-house-vigorous-debate-in-narottam-mishra-and-jeetu-patwari
uproar-over-separate-entry-in-the-house-vigorous-debate-in-narottam-mishra-and-jeetu-patwari

सदन में अलग-अलग एंट्री को लेकर हंगामा, नरोत्तम मिश्रा और जीतू पटवारी मेंं हुई जोरदार बहस

भोपाल, 08 मार्च (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा में सोमवार को मंत्रियों और विधायकों के अलग-अलग एंट्री गेट से प्रवेश करने की नई व्यवस्था पर जमकर हंगामा हुआ। नई व्यवस्था को लेकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आपत्ति दर्ज कराई। मामले को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी में जमकर बहस हुई। हंगामा बढ़ता देख आसंदी पर अध्यक्ष की जगह आसीन सभापति झूमा सोलंकी ने दस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन में प्रश्रकाल के बाद कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सदन में मंत्रियों और विधायकों के अलग-अलग एंट्री गेट से प्रवेश करने की नई व्यवस्था पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मप्र विधानसभा के इतिहास में पहली बार मंत्रियों और विधायकों के प्रवेश के लिए अलग अलग व्यवस्था की गई है। इस दौरान कांग्रेस के अन्य विधायक भी अपनी जगह पर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह विधायकों के साथ भेदभाव है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोकसभा में भी इसी तरह की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि केवल सदन के अंदर एंट्री को लेकर नई व्यवस्था नहीं की गई है, बल्कि पार्किंग में भी मंत्रियों और विधायकों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए गए हैं। हालांकि मिश्रा ने यह भी कहा कि यदि विपक्ष का कोई सुझाव हो, तो उसे माना जाएगा और इस पर बैठकर चर्चा की जाएगी। गृहमंत्री के जवाब पर विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है और यह नई व्यवस्था विधायकों का अपमान है। कांग्रेस के रवैये पर डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा आवेश में आ गए और उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसीलिए इस तरह के मुद्दे उठाकर सदन का समय खराब किया जा रहा है। इसके बाद मंत्री गोपाल भार्गव ने मामले को शांत कराने के लिए विधानसभा की पुरानी व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि जब विधानसभा मिंटो हाल में लगती थी उस समय भी इस तरह की व्यवस्था थी, लेकिन कांग्रेस के विधायकों ने नहीं सुनी और हंगामा कर दिया। इसे देखते हुए सभापति झूमा सोलंकी को सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ी। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in