updates--crowds-gathered-for-darshan-of-shani-maharaj-who-provides-happiness-prosperity-and-justice
updates--crowds-gathered-for-darshan-of-shani-maharaj-who-provides-happiness-prosperity-and-justice

अपडेट.. सुख-समृद्धि और न्याय प्रदान करने वाले शनि महाराज के दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़

- शनिश्चरी अमावस्या पर देशभर से आए श्रृद्धालु, देर शाम तक करीब डेढ़ लाख भक्तों ने किए दर्शन मुरैना, 13 मार्च (हि.स.)। शनिश्चरी अमावस्या पर शनिवार को जिले के ऐंती ग्राम में स्थित त्रेता युगीन शनिधाम मंदिर पर विशाल मेला का आयोजन हुआ। मेले में देर शाम तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने यहां पहुंचकर सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति के लिए भगवान श्री शनिदेव से प्रार्थना की। चूंकि इस बार श्रृद्धालुओं की भीड़ अपेक्षाकृत कम रही, इसलिए दर्शन करने में श्रृद्धालुओं को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। प्रशासन द्वारा भी उचित प्रबंध किए गए थे। जिले भर के प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस बल यहां तैनात किया गया था। मुरैना शहर से करीब चालीस किलोमीटर दूर रिठौरा क्षेत्र में स्थित शनि मंदिर पर वैसे तो प्रति शनिवार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। लेकिन शनिश्चरी अमावस्या को यहां देश से ही नहीं अपितु विदेशों से भी भक्त आते हैं। आज शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या होने की वजह से देश के प्रत्येक कौने से श्रृद्धालु न्याय के देवता के दर्शन करने आए। चूंकि अमावस्या से एक दिन पहले ही श्रृद्धालुओं का मंदिर पर पहुंचना प्रारंभ हो जाता है इसलिए प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी पहले से ही तैनात कर दिए गए। पहले रात बारह बजे के बाद से ही मंदिर में भक्तों की पंक्तियां लग जाती थी, लेकिन इस बार रात को भक्तों की संख्या बहुत कम थी। परंतु शनिवार की सुबह से ही भक्तों की टोलियां यहां पहुंचना प्रारंभ हो गईं थीं। देर शाम तक श्रृद्धालुओं की भीड़ यहां रही। भगवान शनि देव के दर्शन करने के लिए देश के कौने कौने से भक्त आए थे। हालांकि कोरोना का असर इस मेले पर भी रहा। पहले शनिश्चरी अमावस्या पर चार से पांच लाख भक्त यहां आते थे। लेकिन इस बार भक्तों की संख्या का अनुमान डेढ़ लाख के करीब लगाया जा रहा है। भक्तों की संख्या अपेक्षाकृत कम होने का कारण कोरोना एवं रेलों की कम आवाजाही को माना जा रहा है। उधर जिला प्रशासन द्वारा की गई माकूल व्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं को दर्शन करने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। जिलाधीश बी. कार्तिकेयन के निर्देशन में पुलिस व राजस्व विभाग तथा विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी लगातार मॉनीटरिंग करते रहे। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय द्वारा पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्थायें की गई थी। जिसमें दो पालियों में 750 पुलिस कर्मचारी एवं अन्य 550 कर्मचारियों को तैनात किया गया था। विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यपालिक दण्डाधिकारी के रूप में जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। मेले को 4 सेक्टरों में विभाजित किया गया था, जिसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात रहे। संपूर्ण मेला अवधि में जिलाधीश बी. कार्तिकेयन एवं पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय द्वारा मेले में पल-पल की जानकारी लेते रहे। भंडारे में हजारों लोगों ने पाई प्रसादी: ऐंती पर्वत क्षेत्र में श्रृद्धालुओं की तरफ से भंडारे लगाए गए थे। यहां कई स्थानों पर भंडारों का आयोजन हुआ। इन भंडारों पर हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली के श्रृद्धालुओं ने भी यहां भंडारे किये। इसके अलावा ऐबी रोड से मंदिर तक के रास्ते में ग्रामीणों ने जलपाल की भी व्यवस्था की थी। हिन्दुस्थान समाचार/शरद

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in