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अनसुनी से त्रस्त महिला ने किया एफआईआर से इंकार, आयोग ने मांगी रिपोर्ट

भोपाल, 08 जून (हि.स.)। ट्रेन में छेड़छाड़ की शिकार महिला द्वारा रेलवे के अधिकारियों की अनसुनी से त्रस्त होकर एफआईआर कराने से इंकार कर दिया। इस पर संज्ञान लेते हुए मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक (रेल) भोपाल से 15 दिन में प्रतिवेदन मांगा है। मानव अधिकार आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ट्रेन में छेड़छाड़ की शिकार हुई जिस महिला ने झांसी से भोपाल तक तीन-तीन बदमाशों से अकेले मुकाबला किया, वह आरोपियों को सजा दिलाने के लिये रेल्वे के अधिकारियों से गुहार लगाती रही, पर उसकी नहीं सुनी गई। पस्त होकर महिला ने सोमवार को कह दिया कि मैं सिस्टम से त्रस्त हो चुकी हूं, इसलिये उसके साथ हुई छेड़छाड़ की एफआईआर नहीं कराना चाहती। मामला राजधानी एक्सप्रेस के कोच में टीटीई व दो अन्य लोगों द्वारा एक महिला से छेड़छाड़ करने का है। महिला नई दिल्ली से मुम्बई जा रही राजधानी एक्सप्रेस के सी कूपे में बैठी थी। ट्रेन रविवार की रात 12.40 बजे भोपाल स्टेशन पहुंची थी, महिला ने झांसी के बाद ही उसके साथ छेड़छाड़ करने की शिकायत की थी। सूचना पर जीआरपी के जवान कोच में पहुंचे थे, लेकिन छेड़छाड़ करने वाला टीटीई व अन्य लोग छुप गये। महिला के परिजनों ने बताया कि रविवार की रात जब वे एफआईआर कराने की गुहार लगाते रहे, तब कुछ अधिकारी व जीआरपी जवान उन्हें बदनामी का डर दिखाने लगे थे। ट्रेन में युवती का गला रेतने वाले ने जेल में फांसी लगाई सीहोर जिला जेल में हत्या के आरोपी ने बैरक में ही फांसी लगा ली। युवक ने पांच दिन पहले सीहोर इन्दौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस में युवती की गला रेतकर हत्या कर दी थी। आरोपी सागर सोनी ने बीते सोमवार को शाम करीब 4 बजे अपनी टीशर्ट फाड़कर उसका फंदा बनाया और बैरक की खिडकी से लटक गया। शाम की चाय लेकर जब कर्मचारी बैरक के अन्दर गया, तो सागर को खिड़की से लटके हुये देखा। जिला जेलर ने बताया कि सागर को फंदे से उतारा गया, तब सांसें चल रही थी। उसे तुरंत जेल अस्पताल ले जाया गया। यहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में आयोग ने अधीक्षक, जिला जेल, सीहोर से जांच कर 15 दिवस में प्रतिवेदन मांगा है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे

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