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बादलों के कारण दिन का पारा लुढ़का, रात का 19 डिग्री पर पहुंचा

ग्वालियर, 09 मार्च (हि.स.)। धीरे-धीरे गर्मी की ओर बढ़ रहे मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। पिछले तीन दिनों से आसमान में घुमड़ रहे बादल मंगलवार को भी डटे रहे। दोपहर में बादल काफी घने नजर आए, जिससे ऐसा प्रतीत हुआ जैसे बारिश होने वाली है, लेकिन कुछ समय बाद ही बादल बिखर गए। इसके चलते दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जबकि रात का तापमान बढ़कर 19 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। मौसम के जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह उत्तर भारत में एक के बाद एक तीन पश्चिमी विक्षोभ आने वाले हैं। प्रत्येक पश्चिमी विक्षोभ कम से कम दो दिन सक्रिय रहेगा। तीनों ही पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य भारत के मौसम को भी प्रभावित करेंगे। खास बात यह है कि एक सिस्टम के पूर्वी दिशा में आगे निकल जाने से पहले ही दूसरा सिस्टम आकर सक्रिय हो जाएगा। इस सप्ताह का पहला पश्चिमी विक्षोभ नौ मार्च मंगलवार को आ चुका है, जो 10 मार्च बुधवार को भी मौसम को प्रभावित करेगा। दूसरा सिस्टम 11 व 12 मार्च को और आखिरी पश्चिमी विक्षोभ सप्ताह के अंत में आएगा। इस सप्ताह आने वाले तीनों पश्चिमी विक्षोभ में दूसरा सिस्टम सबसे अधिक प्रभावी होगा। यानि मौसम में सबसे अधिक हलचल 11 व 12 मार्च को नजर आएगी। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मैदानी इलाकों पर एक चक्रवाती सिस्टम विकसित होगा, जिससे उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों के अलावा मैदानी राज्यों में भी बारिश होगी। इस दौरान मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चम्बल सहित उत्तरी हिस्सों का मौसम भी बदल जाएगा और बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 4.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 18.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 5.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 69 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 42 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 17 प्रतिशत अधिक है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद

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