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बाजार रहे बंद, सुबह चहल-पहल, दोपहर बाद सड़कों पर सन्नाटा

ग्वालियर, 04 अप्रैल (हि.स.)। रविवार को लॉकडाउन में कोरोना के खौफ के चलते बाजार पूरी तरह बंद रहे। सड़कों पर लॉकडाउन का मिला-जुला असर दिखा। सुबह जहां सड़कों पर हल्की-फुल्की चहल-पहल नजर आई, तो दोपहर को सन्नाटा पसरा हुआ था। चाय-नाश्ता तो दूर बाजार में किराना दुकान तक नहीं खुली। दोपहर बाद पुलिस भी सड़कों पर सख्त हो गई, जो बिना कारण घूमते नजर आया, उसे पकड़कर सबक सिखाया। पुलिस से बचने के लिए कुछ लोग दवाइयों के पुराने पर्चे या एक्स-रे रिपोर्ट लेकर भी निकले। पुलिस ने नियम तोडऩे वालों के चालान भी किए। पिछली बार की तरह इस बार प्रशासन व पुलिस ने कोई छूट नहीं दी और लॉकडाउन का सख्ती के साथ पालन कराया गया। कोरोना संकट के खतरे को देखते हुए रविवार को लॉकडाउन किया गया है। पुलिस-प्रशासन खासा सख्ती बरतता दिखाई दिया। बाजार में सुबह से ही पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन घूमना शुरू हो गए थे। लोगों को लगा कि शायद पिछले रविवार की तरह इस बार भी किराना दुकान खोलने की छूट होगी, इसलिए लोगों ने सुबह दुकान खोलने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने पहुंचकर दुकानों के शटर गिरवा दिए। सब्जी के ठेले तक बाजार में नहीं दिखाई नहीं दिए। साथ ही चाय-नाश्ता तो दूर बाजार में किराना दुकान तक नहीं खुली। ऐसे में दूसरे शहरों से आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। जबकि कुछ जगहों पर लॉकडाउन का पालन नहीं किया गया और लोग घरों से बेवजह ही निकले। घूमते रहे पुलिस-प्रशासन के पेट्रोलिंग वाहन: बाजार में सुबह से ही पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन घूमना शुरू हो गए थे। विशेषकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की विशेष नजर रही। बाजार में पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह सहित अन्य अधिकारी निकले और लॉकडाउन का जायजा लिया। इस दौरान इक्का-दुक्का जो दुकानें खुलीं थी उन्हें सख्ती से बंद करवाया और निर्देश दिए कि वह लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें। नहीं तो चालानी कार्रवाई की जाएगी। रोक के बाद भी सब्जी मण्डी में लगी रही भीड़: इधर बिरला नगर सब्जी मण्डी में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ती दिखाई दीं। यहां सुबह से ही मण्डी लगना शुरू हो गई थी और दोपहर तक सब्जी की बिक्री हुई। इतना ही नहीं मंडी में अधिकांश दुकानदार बिना मास्क पहने ही सब्जी बेच रहे थे। इसके अलावा लोगों को भी कोरोना का कोई डर नहीं दिखाई दे रहा था और भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी बिना मास्क के ही सब्जी खरीदते दिखाई दिए। सुबह 10 बजे तक रही छूट: लॉकडाउन के दौरान सुबह 10 बजे तक पुलिस ने भी हल्की ढील दी थी। जिससे लोग अपनी जरूरत का सामान जैसे दूध, ब्रेड, नाश्ता व राशन का इंतजाम कर लें। सुबह 10 बजे के बाद पुलिस सड़कों और चौराहों पर आ गई। इसके बाद जो बिना कारण घूमते निकला, उन्हें सबक सिखाया। लोगों को चालान बनाकर जुर्माना वसूले गए। बाजारों में जिला प्रशासन की टीमें भी घूमती रहीं जो दुकान खुली मिली उस पर जुर्माना किया गया। बिना मास्क वालों को खुली जेल: लॉकडाउन के बाद भी कुछ लोग जबरन शहर की सड़कों पर बिना मास्क के निकले। ऐसे में शहर के चौराहों पर तैनात पुलिस बल ने बिना मास्क घूमने वालों को पकड़कर खुली जेल में पहुंचाया। साथ ही जुर्माना भी किया गया है। खुली जेल में लोगों से कोरोना पर निबंध भी लिखवाए गए। वहीं ट्रेन या बसों के जरिए शहर में आने वाले लोगों को खान-पान की दुकानें बंद होने के कारण खासी परेशानी झेलना पड़ी। यह प्रतिबंध से बाहर: लॉकडाउन के दौरान दूध एवं कैमिस्ट की दुकान तथा अस्पताल खुले रहे। इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं के थोक परिवहन, औद्योगिक इकाइयों एवं उसके श्रमिकों और कर्मियों, औद्योगिक कच्चे माल तथा उत्पाद के परिवहन, बीमार व्यक्तियों के आने-जाने, बाहर से आने वाले ट्रक, डंपरों को तथा एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड से आने एवं जाने की छूट रही। सभी शिक्षण संस्थान भी बंद रहे, लेकिन जो परीक्षाएं पहले से तय थीं वह निर्धारित समय पर हुईं। हिन्दुस्थान समाचार/शरद

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