Surya Namaskar and Pranayam will be held on Youth Day, public representatives, officials, teachers and students will connect through virtual medium
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युवा दिवस पर होगा सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम, वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे जनप्रतिनिधि, अधिकारी, शिक्षक व विद्यार्थी

ऑनलाइन रेडियो के माध्यम से होगी सहभागिता, मुख्यमंत्री के संदेश का होगा प्रसारण भोपाल, 11 जनवरी (हि.स.)। प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी स्वामी विवेकानन्द की जयंती मंगलवार, 12 जनवरी को 'युवा दिवस' के रूप में मनाई जाएगी, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर युवा दिवस पर सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम अपने-अपने स्थानों से किया जाएगा। वर्चुअली ऑनलाइन रेडियो नेटवर्क के माध्यम से जनप्रतिनिधि, शिक्षक, विद्यार्थी एवं अन्य इसमें सहभागिता करेंगे। सूर्य नमस्कार प्रात: 09.00 से 09.45 बजे तक ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से एक साथ एक संकेत पर किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का प्रसारण होगा। जनसम्पर्क अधिकारी पंकज मित्तल ने सोमवार देर शाम बताया कि कार्यक्रम में सबसे पहले राष्ट्रगीत वंदे मातरम् होगा। उसके बाद स्वामी विवेकानन्द जी के विश्व प्रसिद्ध शिकागो उदबोधन एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का प्रसारण होगा। इसके उपरांत सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के संबंध में निर्देश प्रसारित होंगे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती 12 जनवरी युवा दिवस पर प्रदेश में सूर्य नमस्कार और प्राणायाम का सामूहिक अभ्यास प्रतिवर्ष निरंतर किया जा रहा है। इस वर्ष कोरोना के कारण इसे विद्यालयों में आयोजित न किया जाकर 'जो जहां है वहीं' किया जा रहा है। स्वामी विवेकानन्द ने जनसामान्य तक योग को पहुंचाया था। स्वामी जी का कहना था कि देश के नागरिकों में लोहे की मांसपेशियां, इस्पात-सा स्नायुतंत्र और इनमें वास करता वज्र सा दृढ़ मन होना चाहिए, जो कि 'योग' को अपनाने से संभव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं स्वामी विवेकानन्द के चरणों में नमन करता हूँ।' मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द एक ऐसी प्रेरणा थे, जिनके विचार आज भी हम सब को ऊर्जा से भर देते हैं। स्वामी जी ने कहा था कि मानव केवल हाड़-मांस का पुतला नहीं है, बल्कि वह ईश्वर का अंश है। वह अनन्त शक्तियों का भण्डार है। दुनिया का हर काम करने में सक्षम है। जो व्यक्ति अपने आप पर भरोसा करता है, उसकी मदद ईश्वर भी करता है। देश के प्रत्येक नागरिक को शरीर और मन से स्वस्थ होना चाहिये। शरीर को सशक्त बनाने का सबसे सशक्त माध्यम योग है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं प्रतिदिन योग करता हूँ। कोरोना बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी मुझ पर इस बीमारी का ज्यादा असर नहीं हुआ, क्योंकि मैं योग-प्राणायाम करता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार में योग के सभी आसनों का समावेश होता है। सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करके योग के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए स्वामी विवेकानन्द के बताये मार्ग पर चलना होगा। सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को अपनाना होगा और स्वयं को समाज और देश के लिये कार्य करने के बड़े लक्ष्य से जोड़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'युवा दिवस' पर सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के सामूहिक अभ्यास के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। प्रत्येक वर्ष इस आयोजन से प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों, नागरिकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा सहभागिता की जाती रही है। उन्होंने प्रदेशवासियों का आव्हान किया कि वे जहां भी हैं वहीं पर सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में सहभागिता कर योग के महत्व को पुर्नस्थापित करने में अपना योगदान देवें। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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