पर्यावरण संरक्षण के साथ समय की बचत करेगा सुपर-सीडर: कृषि मंत्री
मंत्री पटेल ने होशंगाबाद में ने किया सुपर-सीडर मशीन का ट्रॉयल भोपाल, 06 मार्च (हि.स.)। प्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि नरवाई जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। पर्यावरण संरक्षण और नरवाई जलाने से बचने व समय की बचत करने के लिये किसानों को अधिक से अधिक सुपर-सीडर मशीन का उपयोग करना चाहिये। सरकार ने इसके लिये 40 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान भी किया है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने शनिवार को होशंगाबाद जिले के ग्राम बनाड़ा में सुपर-सीडर मशीन को स्वयं चलाकर ट्रॉयल किया। उन्होंने बताया कि सुपर-सीडर मशीन पर्यावरण संरक्षण में सहायक है। इस मशीन के उपयोग से किसानों को नरवाई को जलाना नहीं पड़ेगा। इसका उपयोग कर बोवनी के साथ ही खाद डालने का काम भी किया जा सकता है। यह मशीन एक साथ कई कार्य करती है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मशीन क्रय करने के लिये 40 प्रतिशत की सब्सिडी दिये जाने का प्रावधान किया गया है। मंत्री पटेल ने कहा कि नरवाई को जलाने से एक ओर जहाँ भूमि की उर्वरा शक्ति का ह्रास होता है, वहीं दूसरी ओर जान-माल के खतरे की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि नरवाई को जलाने के विकल्प के तौर पर सुपर-सीडर मशीन का पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में होशंगाबाद में प्रयोग किया जाना प्रारंभ किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश