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एसपी के हस्तक्षेप से तीन दिन से जारी अभिभाषकों की हड़ताल समाप्त

नागदा/उज्जैन, 30 जनवरी (हि.स.)। अभिभाषक संघ नागदा व थाना प्रभारी के बीच विवाद का पटाक्षेप शनिवार को हो गया। अधिक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल शहर पहुंचे और दोनों पक्षों से बातचीत के बाद हल सामने आ गया। तीन दिन से चल रही हड़ताल को अभिभाषकों ने एसपी के इस आश्वसन के बाद वापल ले ली कि अब थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा के खिलाफ एक प्रशासनिक जांच की जाएगी। जांच परिणाम के बाद उचित कार्यवाही होगी। जांच की जिम्मेदारी एएसपी आकाश भूरिया को सौंपी गई है। इससे पहले विवाद का निराकरण करने के लिए शुक्रवार को जिला सत्र न्यायाधीश (डीजे )नरेंद्रप्रातप सिंह पहुंचे थे। इस बैठक में जिला पुलिस अधिक्षक से चर्चा करने की सहमति बनी थी। गौरतलब है कि 26 जनवरी को अभिभाषक माधुरी रघुवंशी व नितिन जैन का थाना प्रभारी शर्मा के साथ एक प्रकरण को लेकर विवाद हो गया था। इस विवाद में नितिन का आरोप था कि थाना प्रभारी ने उनके साथ मारपीट की थी। इस घटना के विरोध में अभिभाषक संघ आंदोलन पर चला गया था। यहां तक जिला अभिभाषक उज्जैन भी तीन दिन से कार्य से विरक्त चल रहे थे। सवा घंटे तक बंद कमरे में चर्चा उज्जैन से दोपहर 12 बजे नागदा पहुंचे पुलिस अधिक्षक एवं अभिभाषकों के पदाधिकारियों की चर्चा सर्किट हाउस पर लगभग सवा घंटे तक चली। बैठक में एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, एएसपी भूरिया, सीएसपी मनोज रत्नाकर भी शामिल हुए। इधर अभिभाषक संघ की और से अध्यक्ष विनोद रघुवंशी, केशव रघुवंशी, माधुरी रघुवंशी, इंद्रजीतसिंह चौहान, सुशील माेदी, जगतसिंह तिरवार, जितेंद्र कुशवाह, नितिन जैन ने पक्ष रखा। प्रेस वार्ता में बोले एसपी विवाद निराकरण के बाद सर्किट हाउस में एसपी पत्रकारों से मुखादिंब हुए। इस मौके पर एसपी ने विवाद का मूल कारण एक दूसरे को कम्यूनीकेशन गेप होना बताया। उनका कहना था कि दोनों पक्षों के आमने-सामने बैठने से हकिकत सामने आ गई है और वकिलों ने अब हड़ताल समाप्त कर दी है। एक सवाल के जवाब में एसपी ने यह भी बताया जांच में दोषी पाए जाने पर टीआई के खिलाफ विभागीय कार्यवाही कि जाएगी। जांच एएसपी भूरिया को सौंपी जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/कैलाश सनोलिया-hindusthansamachar.in

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