भीमा नायक के तीर-कमानों से बन्दूकधारी अंग्रेज भी घबराते थे: शिवराज
भीमा नायक की कर्म स्थली धाबाबावड़ी पर अब हर साल लगेगा मेला भीमा नायक के बनवाये हुये अवशेषों को किया जायेगा संरक्षित एवं सुरक्षित बड़वानी, 29 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शहीद भीमा नायक की पुण्यतिथि पर मंगलवार को उनके स्मारक धाबाबावड़ी पर उपस्थित लोगों को अपने वीडियो संदेश के माध्यम से सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि निमाड़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के जननायक एवं अपने कर्मो, कर्तव्यबौद्ध के कारण निमाड़ के राबिनहुट कहलाने वाले शहीद भीमा नायक की शहादत को मैं नमन करता हूं। अपने तीर-कमान से बन्दूकधारी अंग्रेजों को थर-थर कंपाने वाले भीमा नायक की शहादत को सभी के सामने लाने के लिए उनके बनवाये हुये विभिन्न स्थलों का संरक्षण किया जायेगा। जिससे सभी लोग अपने जननायक की शहादत को जान सके। वीडियो संदेश के माध्यम से मुख्यमंत्री ने भीमा नायक की शहादत का उल्लेख करते हुये बताया कि अंजड़ के पास पलासिया के गोलबयडी में भीमा नायक के द्वारा बनवाई गई सुरंग एवं धाबाबावड़ी में उनकी गढ़ी को संरक्षित किया जायेगा। इसी प्रकार धाबाबावड़ी में स्थापित उनके स्मारक को और विकसित करवाते हुये हर साल 29 दिसम्बर को उनके शहादत दिवस पर मेला का आयोजन करवाया जायेगा। मंगलवार को ग्राम धाबाबावड़ी में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी, सांसद गजेन्द्रसिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष ओम सोनी, कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने भी उपस्थित लोगों के साथ मुख्यमंत्री के वीडियो संदेश को सुना। इसके पूर्व सभी लोगो ने शहीद भीमा नायक स्मारक में लगी उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके शहादत को नमन भी किया। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद-hindusthansamachar.in