युवाओं के लिये उपयोगी सिद्ध हो रहा है सीहोर का पुस्तकालय
सीहोर, 06 अप्रैल (हि.स.)। पुस्तकालय ज्ञान के वे मंदिर हैं जो मानव इच्छा को शांत कर विभिन्न विषयों पर नई जानकारियां उपलब्ध करते हैं। पुस्तकें व्यक्ति के बौद्धिक स्तर को उन्नत करने के साथ ही मार्ग दर्शन करती हैं और व्यक्ति को सही दिशा में आगे बढऩे के लिये प्रेरित करती हैं। सूचना क्रांति के इस दौर में भले ही तरह-तरह के इलेक्ट्रानिक गैजेट्स उपलब्ध हैं, लेकिन आज भी पुस्तकों का महत्व कम नहीं हुआ है। जिला मुख्यालय सीहोर के टाउन हाल परिसर में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित पुस्तकालय नगर के नागरिकों के ज्ञान वद्र्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। विशेष रूप से उन युवाओं के लिये ज्ञान का एक बड़ा भण्डार है जो प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। नगर के अनेक नागरिक स्वयं को दुनिया की हर छोटी बड़ी गतिविधियों से अपडेट रखने के लिये प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों का वाचन करने सुबह-शाम नियमित रूप से आते हैं। इस पुस्तकालय में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग, एसएससी, बैंकिंग, एमपी एसआई तथा शिक्षक बनने के लिये तैयारी करने आ रहे दीपक विश्वकर्मा, राहुल परमार, भविष्या पाण्डे तथा रिंकी विश्वकर्मा सहित अनेक युवक-युवतियों ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में यह लायब्रेरी बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है। पुस्तकाल में पदस्थ लायब्रेरियन सुशील मिल्टन ने बताया कि यहाँ विभिन्न विषयों की 13000 से अधिक पुस्तकें हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले 100-150 युवा प्रतिदिन नियमित आते हैं। पढऩे के साथ-साथ वे विषयगत समूहिक चर्चा भी करते हैं। युवाओं के अलावा बच्चे और वरिष्ठ नागरिक भी समाचार पत्र पढऩे आते हैं। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश