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सबसे सर्द रही शनिवार की सुबह, पहली बार 3.4 डिग्री पर पहुंचा न्यूनतम पारा

ग्वालियर, 30 जनवरी (हि.स.)। मकर संक्रांति के बाद विशेषकर जनवरी के अंतिम सप्ताह में सर्दी के तेवर काफी हद तक ढीले पड़ जाते हैं, लेकिन इस बार सर्दी अब तक व्यापक असर दिखा रही है। इन दिनों सीधे उत्तर से आ रहीं सर्द हवाओं के प्रभाव से 3.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ शनिवार की सुबह इस मौसम की सबसे सर्द रही। इससे पहले इस मौसम में सबसे कम 3.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 29 व 30 दिसम्बर को दर्ज किया गया था। शनिवार को सुबह मौसम पूरी तरह साफ था, लेकिन दोपहर के समय आसमान में आंशिक बादल नजर आए। साथ ही दिन भर छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर पश्चिमी सर्द हवाएं भी चलती रहीं, लेकिन बादलों और सर्द हवाओं का सूरज की चमक पर ज्यादा असर नहीं पड़ा और चटक धूप खिली रही, जिससे दिन में सर्दी से राहत बनी रही। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि आगामी दिनों में एक के पीछे एक लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ आने वाले हैं, जिनका असर ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी दिखेगा। उन्होंने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ रविवार की रात में हिमालय में पहुंचेगा। इसके बाद दो फरवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर की ओर जाएगा। इससे ग्वालियर-चम्बल में भी बादल छाए रहेंगे। साथ ही चार व पांच फरवरी को अंचल में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। इसके चलते अब न्यूनतम तापमान में वृद्धि और अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 85 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 39 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से पांच प्रतिशत कम है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद/राजू-hindusthansamachar.in

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