शराबबंदी के लिये साधु-संतों ने निकाली पदयात्रा
- संतों ने की आमजन से शराब त्यागने की अपील मुरैना, 25 फरवरी (हि.स.)। ग्वालियर चम्बल संभाग में ही नहीं सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में पूर्णत: शराबबंदी के लिये साधु संतों द्वारा पदयात्रा निकाली जा रही है। ग्वालियर के प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर से 22 फरवरी को यह पदयात्रा आरंभ हुई। चम्बल के संत हरिगिरी महाराज के नेतृत्व में गुरूवार को चौथे रोज मुरैना शहर में संतों ने भ्रमण कर आम लोगों से शराब को त्यागने का आव्हान किया है। मुरैना अंचल में जहरीली शराब से हुई 24 मौतों के बाद संत समाज व्यथित हो गया। मुरैना में चम्बल के प्रसिद्ध संत बाबा हरिगिरी महाराज द्वारा अंचल में शराबबंदी व अन्य कुरीतियों के लिये अभियान संचालित किया है। इसका बड़ा प्रभाव गुर्जर समाज के साथ-साथ अन्य समाजों पर भी हुआ है। हाल ही में जहरीली शराब के घटनाक्रम के बाद व्यथित संत ने चम्बल विण्डवा में सर्वसमाज की पंचायत आहुत की गई। इसमें ग्वालियर चम्बल संभाग के चुनिंदा गांवों में शराबबंदी के लिये अभियान संचालित करने का निर्णय हुआ। यह पदयात्रा दूसरे दिन मुरैना के ऐंती पर्वत स्थित शनि मंदिर पर पहुंची। यहां एक दर्जन गांव के लोगों को संतों ने अपील कर शराब त्यागने की बात कही। वहीं शराब के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक भी किया। आज यह पदयात्रा मुरैना शहर में आई। शराबबंदी के लिये जन जागरण पदयात्रा पर निकले साधु संतों का स्वागत पूर्व विधायकगण रघुराज सिंह कंषाना तथा परशुराम मुदगल सहित दर्जनों धर्मप्रेमियों व समाजसेवियों द्वारा किया गया। मुरैना में यह पदयात्रा बैरियर चौराहे से प्रवेश कर एमएस रोड़, सदर बाजार, जैन मंदिर रोड़, नैनागढ़ रोड़ होती हुई घरोना हनुमान मंदिर के लिये प्रस्थान कर गई। इस पदयात्रा का समापन कल 26 फरवरी को चम्बल बिण्डबा गांव में किया जावेगा। इस अवसर पर ग्वालियर चम्बल संभाग के साधु संत व समाजसेवी लोग उपस्थित रहेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/राजकुमार/राजू