जिम्मेदार हाथों ने थामा कुपोषण, 786 का बढ़ा वजन, 64 हुए स्वस्थ

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गुना, 06 फरवरी (हि.स.)। जिले के 1260 कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने जिला प्रशासन ने पहल की। इसके तहत सामाजिक और जागरूक लोगों का साथ लेकर एक गुना नागरिक मंच का गठन किया। इसके बाद अधिकारियों ने मंच के सदस्यों के साथ बच्चों की संयुक्त जिम्मेदारी उठाई, जिसमें डाईट चार्ट के हिसाब से बच्चों को पोषण दिया गया, तो हर दिन मॉनीटरिंग की। इसका नतीजा यह हुआ कि एक महीने में 1260 कुपोषित बच्चों में से 786 का वजन बढ़ा, 64 स्वस्थ हुए और 390 अतिकुपोषित की ग्रेडिंग में सुधार हुआ। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ निलेश परीख की निगरानी में 25 दिसम्बर से कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने को लेकर नवजीवन अभियान का आगाज किया गया। जिले की 1600 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों में कमजोर बच्चों को चिन्हित कर पौष्टिक आहार सामग्री उपलब्ध कराई गई। उधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने मल्टी विटामिन, आयरन सिरिप, दवाइयां कुपोषित बच्चों के घर पहुंचाईं। जिला पंचायत सीईओ ने गुना नागरिक समूह के साथ मिलकर प्रोटीन पावडर, खाद्य तेल, संजीवनी सत्तू, केले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर पहुंचाएं। जिला प्रशासन की इस पहल के बाद पहली बार एक साथ 786 कुपोषित बच्चों का वजन बढ़ा। डीपीओ ने खुद बच्चों के घर-घर जाकर की मॉनीटरिंग महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी धीरेंद्र सिंह जादौन ने जिले के पांच विकासखंडों में कुपोषित बच्चों की खुद डोर-टू-डोर मॉनीटरिंग की। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पदस्थ 1686 कार्यकर्ताओं ने वॉट्सएप ग्रुप पर प्रत्येक कुपोषित बच्चे की जानकारी हर दिन अपडेट की। इस ग्रुप में कलेक्टर सहित जिलेभर के अधिकारी जुड़े थे। उधर, डीपीओ का कहना है कि जिले को कुपोषण से मुक्ति दिलाने को लेकर कलेक्टर ने नवजीवन अभियान चलाया है। दो महीने के भीतर कुपोषित बच्चों की संख्या 40 फीसद से नीचे होगी। अपने हाथों से खिलाया बच्चों को पौष्टिक आहार कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने के लिए पहली बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर 1260 बच्चों को अपने हाथों से हर रोज पौष्टिक आहार खिलाया, जिसकी वजह से कुपोषित बच्चों के जीवन में सुधार आया। साथ ही इतनी बड़ी संख्या में बच्चे पहली बार स्वस्थ हुए। विभाग के अधिकारियों का मानना था कि पहले कार्यकर्ता घर-घर जाकर पौष्टिक देकर चली जाती थीं, लेकिन इस बार निगरानी में कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार खिलाया गया, तो बच्चे स्वस्थ होने लगे। इनका कहना- 1260 कुपोषित बच्चों में से 64 पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं। 786 का वजन बढ़ा और 390 की ग्रेडिंग में सुधार हुआ है। यह कलेक्टर के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ की मार्गदर्शन में हुआ है। गुना नागरिक मंच का भी सराहनीय योगदान दिया है। - धीरेंद्र सिंह जादौन, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास गुना हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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