Realizing the cold winter as the cloud clears, the possibility of cold wave prevails in these districts
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बादल छंटते ही हुआ कड़ाके की सर्दी का एहसास, इन जिलों में शीतलहर चलने की संभावना

भोपाल, 12 जनवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज पल पल में बदल रहा है। पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद अब बादलों के छंटने का दौर शुरु हो गया है। वहीं कई जगहों पर कोहरा घना हो रहा है। मंगलवार को राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर सुबह घना कोहरा छाया रहा। भोपाल में सुबह के समय दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई। यहां पर साढ़े चार घंटे विजिबिलिटी 1000 मीटर से कम रही। बादल छंटने के कारण प्रदेश के 22 जिलों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में 13 स्थानों पर न्यूनतम तापमान चार से दस डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवाओं का रुख भी उत्तरी हो गया है। उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। वहां से लगभग 12 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में भी ठंड ने रुख बदल लिया है। इससे न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज होने लगेगी। 14 जनवरी के बाद से कड़ाके की ठंड पडऩे के आसार भी है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आगामी दो दिन में रात और दिन के पारे में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दतिया में रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में पिछले चौबीस घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में 4.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक उत्तरी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं शीतलहर चलने की संभावना है। कुछ स्थानों पर पाला पडऩे की भी आशंका है। बुधवार को यहां शीतलहर चलने की संभावना उत्तर भारत से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण वातावरण में ठंड बढ़ गई है। बुधवार को उत्तरी मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग में शीतलहर चलने की भी संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं पाला पडऩे की भी आशंका है। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in

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