राजनीति के संत स्व. जोशी के लिए जनता ने ठुकरा दिया था विकास का वादा: शिवराज
भोपाल/देवास, 14 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के जन्म दिवस पर मंगलवार को उनके गृहनगर हाटपिपल्या में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस अवसर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्व. जोशी जी ने मेरे जैसे कार्यकर्ताओं की एक पूरी पीढ़ी को प्रशिक्षित किया। उन्होंने यह सिखाया कि राजनीति कभी भी धन और पद के लिए नहीं करना चाहिए, बल्कि जनता की सेवा के लिए करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहते हैं कि आत्मा अमर है और स्वर्गीय जोशी जी आज भी हमारे बीच उपस्थित हैं। उनके जन्मदिवस पर मेरी यही कामना है कि वह सदैव हमारे बीच रहें और हमें सिद्धांतों की राजनीति करना सिखाते रहें। स्व. जोशी जी स्थानीय जनता में इतने लोकप्रिय थे कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के तमाम प्रलोभनों को जनता ने ठुकरा दिया था। विकास के तमाम वादों को ठुकराते हुए जनता ने स्पष्ट रूप से कह दिया था कि हमें विकास नहीं चाहिए, हमें तो संत चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बागली जिला बने, यह स्व. जोशी जी की इच्छा थी। उनकी इस इच्छा को उनके जन्मदिवस पर पूरा करते हुए मैं बागली को जिला बनाने की घोषणा करता हूं। कमलनाथ सरकार ने प्रदेश का सत्यानाश कर दिया सीएम शिवराज ने कहा कि बीच में 15 महीने के लिए भाजपा सरकार नहीं रही। इन 15 महीनों में कमलनाथ सरकार ने प्रदेश का सत्यानाश कर दिया। दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने वल्लभ भवन को लूट का अड्डा बना दिया। इन्होंने गरीबों के हित वाली सारी योजनाएं बंद कर दी। बच्चों की फीस भरना बंद कर दिया, संबल योजना बंद कर दी। गरीब महिलाओं को प्रसव के लिए मिलने वाले पैसे भी खा गए। कमलनाथ सरकार गरीबों को अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाले 5000 रुपये भी खा गई। बच्चों के लैपटॉप और साइकिल खा गए। कर्ज माफी के नाम पर इस सरकार ने प्रदेश की जनता और किसानों से धोखा किया। चुनाव से पहले कांग्रेस ने कहा था हर किसान का चालू और कालातीत कर्ज माफ किया जाएगा, लेकिन कर्ज माफी के लिए सिर्फ 6000 करोड़ दिए। इनकी झूठी कर्ज माफी के जाल में फंस कर कई किसान डिफाल्टर हो गए और अब उन पर ब्याज चढ़ रहा है। यह कमलनाथ सरकार नहीं, किसानों की सरकार है और किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके सिर पर ब्याज की जो गठरी कमलनाथ ने रखी है, उसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार उतारेगी। मिलकर बनाना है आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने बीते 100 दिनों में कोरोना संकट के बावजूद अनेकों काम किए हैं। उन्होंने कहा कि हमने गरीबों असहायों, बुजुर्गों, आदिवासियों के खाते में 1000 रुपये जमा किए। बच्चों की फीस स्कॉलरशिप और रसोइयों के वेतन के लिए पैसे दिए। कोरोना महामारी के इस दौर में प्रदेश में कोई गरीब भूखा ना रहे इसके लिए राशन की व्यवस्था की। हमने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद गेहूं खरीदी की व्यवस्था की और आज मध्यप्रदेश एक करोड़ 29 लाख टन गेहूं खरीदी करके देश में नंबर वन राज्य बन गया है। इसके अलावा हमने देवास जिले और बागली अंचल के लिए भी कई काम किए हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद हाटपिपल्या-बागली क्षेत्र में जलसंकट को दूर करने के लिए नर्मदा नल-जल योजना स्वीकृत की है। सिंचाई के लिए नर्मदा माइक्रो सिंचाई योजना स्वीकृत की है, जिससे सवा दो लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई होगी। कमलनाथ सरकार के रहते यह सारे काम संभव नहीं कहा कि हम सभी को मिलकर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करना है। इसलिए आप सिंधिया जी और उनके साथियों को आशीर्वाद दें, जिन्होंने साहसपूर्वक अपने पदों से इस्तीफा देकर सत्यानाशी कमलनाथ सरकार को सडक़ पर लाने का काम किया है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर/राजू-hindusthansamachar.in