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खाद्य उत्पादनों के प्रसंस्करण से किसानों को बनाएंगे आत्मनिर्भरः राज्यमंत्री कुशवाह

शाजापुर, 29 जनवरी (हि.स.)। खाद्य उत्पादनों के प्रसंस्करण के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य राज्य सरकार ने रखा है। किसानों को कच्चे उत्पादो के प्रसंस्करण के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा, इससे किसान आत्मनिर्भर बनेगा। यह बात प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह ने शुक्रवार को शुजालपुर में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण पर कृषक प्रशिक्षण शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार, कलेक्टर दिनेश जैन, उर्जा विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष विजेन्द्रसिंह सिसोदिया, पूर्व विधायक अरूण भीमावद उपस्थित थे। राज्यमंत्री कुशवाह ने कहा कि राज्य की सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को कच्चे उत्पादों के प्रसंस्करण की यूनिट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। राज्य सरकार की मंशा है कि किसान केवल उत्पादनकर्ता ही बनकर न रहे, बल्कि उसके हाथ में बाजार भी रहे। इसके लिए किसान अपने द्वारा उत्पादित कच्चे खाद्य पदार्थों का प्रसंस्करण कर बाजार में उतार सकता है। किसान स्वयं दूसरों को रोजगार देने वाला भी बनेगा। उन्होंने कहा कि "एक फसल एक उत्पाद" के लिए शाजापुर जिले के लिए चयनित प्याज फसल के प्रसंस्करण में शुजालपुर विकासखण्ड को आदर्श बनाने के लिए चयन होने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 313 विकासखण्डों में से केवल 20 विकासखण्डों का आदर्श विकासखण्ड बनाने के लिए चयन हुआ है। आदर्श विकासखण्ड बनाने के लिए शुजालपुर विकासखण्ड को निर्धारित से 5 गुना अधिक बजट उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि शुजालपुर विकासखण्ड मॉडल के रूप में बने, इसके लिए दिये गये बजट से नवाचार भी किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्याज का उत्पादन बढ़ाने पर खपत कम होने से किसानों को मजबूर होकर अपने उत्पादों को औने-पौने दाम पर नहीं बेचना पड़ेगा और न ही प्याज फेंकना पड़ेगा। किसानों को प्याज के भण्डारण एवं प्रसंस्करण के लिए प्रशिक्षित कर यूनिट लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। प्रदेश में पोलिहाउस एवं नेटहाउस की चेन बढ़ाने के लिए भी काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक भण्डारगृह बनाने में बड़े व्यापारी लाभ लेते थे, किन्तु अब किसानों को भी छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। इससे किसान अपने उत्पादों को सुरक्षित रख सकेंगे और मनमाफिक मूल्य प्राप्त होने पर बाजार में विक्रय कर सकेंगे। कुशवाह ने अधिकारियो को निर्देश दिये कि आदर्श् विकासखण्ड बनाने के लिए जो भी कार्य योजना बनायी जाना है वह किसानों से पूछकर ही बनाए, इसके लिए अधिकारी गांवों में जाकर किसान चौपाल लगाए। योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बजट की कमी नहीं रहने देंगे। इस अवसर पर राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि कोरोना जैसी महामारी की विपरीत परिस्थितियों में हमारे प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का शंखनाद किया। शुजालपुर को आदर्श विकासखण्ड के रूप में बनाने के लिए चयन होने पर उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी। जिस प्रकार आज देश में परिश्रम और मेहनत से बदलाव का माहौल बना है, इससे आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा डीबीटी के माध्यम से किसानों को उनके बैंक खाते में सीधी राशि दी जा रही है, जिसकी चर्चा चारो तरफ है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों को लाभांवित करने के लिए सोयाबीन के नुकसान पर राहत राशि दी है, वही मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत पिछले वर्ष 4 हजार रुपये प्रदान किये हैं। साथ ही किसानों को सोयाबीन की फसल नुकसानी पर बीमा कंपनी से समन्वय कर बीमा राशि भी दिलायी गई है। इसके अलावा मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 30 जनवरी को किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपये और ट्रांसर्फर कर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बनायी है, जिसे हम मित्र देशों को भी सप्लाई कर रहे हैं। कोरोना संकट में आत्मनिर्भर भारत के तहत स्ट्रीट वेंडर्स को भी बिना ब्याज के 10 हजार रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है, जिससे की वे अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। मध्यप्रदेश देश में सबसे ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को राशि देने वाला राज्य बन गया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विगत 4 वर्ष के मंथन के उपरांत भारत की नई शिक्षा नीति बनी है, इससे बड़ा बदलाव और परिवर्तन होगा। लोगों की इस धारणा को भी बदलेंगे कि जो कुछ किया अंग्रेजों और विदेशियों ने किया। जबकि हमारे पास ज्ञान की अमूल्य धरोहर है। शिक्षा नीति में आमूलचल परिवर्तन किया गया है, जिसका ड्राफ्ट तैयार है। विद्यार्थी अपनी भाषा में शिक्षा अर्जित करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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