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प्रो. शुक्ल का इस तरह जाना अकादमिक जगत के लिए अपूर्णीय क्षति : कुलपति प्रो.रामदेव

भोपाल, 01 मई (हि.स.)। अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के प्रथम कुलसचिव एवं वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलसचिव प्रो. उदय नारायण शुक्ल के असामयिक निधन पर हिंदी विश्वविद्यालय में शनिवार ऑनलाइन शोक सभा का आयोजन किया गया । जिसमें विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक एवं छात्र ऑनलाइन शामिल हुए । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज ने प्रो. शुक्ल के निधन को अत्यंत ही दुःखद,अप्रत्याशित और अकल्पनीय बताया है । कुलपति प्रो. भारद्वाज ने कहा कि प्रो. शुक्ल का इस तरह से चले जाना अकादमिक जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है । उन्होंने कहा कि प्रो. शुक्ल एक अनुभवी प्रशासनिक एवं अकादमिक नेतृत्व में दक्ष, सक्षम,सम्पन्न व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे । प्रो. भारद्वाज ने कहा कि ऐसे कर्मठ अकादमिक एवं प्रशासनिक क्षमता सम्पन्न अनुभवी आचार्य के निधन पर अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है । प्रो. शुक्ल के प्रति भावपूर्ण श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों मे स्थान दें, एवं प्रो. शुक्ल के परिवार को एवं हम सभी को इस गहन आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करे । विश्वविद्यालय के कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल ने शोक संदेश का वाचन किया । शोक सभा के अंत में विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षकों एवं छात्रों ने दो मिनट का मौन धारण कर प्रो. शुक्ल को श्रृद्धांजलि अर्पित की । ऑनलाइन शोक सभा का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार खोबरे द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रो. शुक्ल विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में कुलसचिव के दायित्व का निर्वहन कर रहे थे । 30 अप्रैल की सुबह ही उन्हें अस्वस्थता के कारण उज्जैन के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था । अस्पताल में ही उनका निधन हो गया । उनकी मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण नहीं हुई । प्रो. शुक्ल के इस तरह चले जाने से विक्रम विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त है । हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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