नीमच, 03 अप्रैल (हि.स.)। भारत में वैश्वि महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप फिर एक बार बढ़ रहा है और पिछले 24 घंटों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में इस संक्रमण के 89,129 नये मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में एक दिन के दौरान सर्वाधिक मामले हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण बेकाबू होता हुआ नजर आ रहा है और इसकी संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है। इस माहौल में यहां आशा कार्यकर्ता गांव-गांव लोगों के बीच सकारात्मक ऊर्जा बनकर सामने आई हैं। मध्य प्रदेश के अकेले नीमच जिले में ही इस प्रकार के 600 लोगों को 4 आशाओं ने कोरोना वेक्सीन लगाने के लिए तैयार किया जो इसे लगवाना बिल्कुल भी नहीं चाहते थे। जिले के डीकेन ब्लाक के ग्राम बराड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत कार्य करने वाली आशा कार्यकर्ता राजूबाई ने तीन दिवसों तक आयोजित टीकाकरण सत्रों पर 290 से अधिक लोगों को कोविड की सुरक्षित वेक्सीन लगवाई है। इसी के साथ आशा राजू बाई ने ग्राम के चौकीदार, सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से मिलकर मोबीलाइज कर केवल एक ही दिन में 118 लोगों को टीके लगवाये हैं । ऐसा ही प्रयास सरवानिया महराज के वार्ड 5,7,8 में कार्यरत आशा कार्यकर्ता विष्णुकुंवर का देखने को मिला जिन्होंने शनिवार सुबह तक टीकाकरण दिवसों में सरवानिया पीएचसी पर लोगों को कोरोना टीका लगवाने को प्रेरित किया और 180 लोगो को टीका केंद्र तक पहुंचाया और टीके लगवाये। इसी प्रकार के प्रयास जिले के पालसोडा ब्लाक के तहत ग्राम कुचड़ोद के उप स्वास्थ्य केंद्र की आशा कार्यकर्ता उषा मेघवाल ओर सोनू सरगरा के देखने को मिले हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से 1 अप्रेल को 130 लोगों को जागरूक कर टीके लगवाये। लक्ष्य 100 का दिया था फिर भी 130 लाभार्थी को एक ही दिन में वेक्सीन लगवाने में ये दोनों सफल रही हैं । उल्लेखनीय है कि घर-घर जाकर पीले चावल देकर, मुनादी कर, लोगों की कोविड टीके की शंकाओं का समाधान करके टीकाकरण केंद्र पर पहुंचाने और इस कोविड टीकाकरण में महत्वपूर्ण योगदान देने का कार्य यहां ये चारों लगातार कर रही हैं। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी