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पुलिसकर्मी बनकर मेडिकल कालेज के ठेकाकर्मी से ठगी

जबलपुर,19,फरवरी(हि.स.)| गढ़ा थानांतर्गत साइबर फ्रॉड करने वाले जालसाजों ने मेडिकल कालेज अस्पताल में कार्यरत ठेका कर्मी से 22 हजार रुपए डरा धमका कर ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस साइबर अपराध के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है | थाना प्रभारी गढ़ा राकेश तिवारी ने बताया कि मेडिकल कालेज अस्पताल में ठेका कर्मी आकाश मल्लाह निवासी शास्त्रीनगर के मोबाइल पर गुरुवार को मोबाईल नंबर 6267510157 से कॉल आया। जालसाज ने बोला कि वह संचार कंपनी से बोल रहा है | उसने सिम का वेरीफिकेशन नहीं कराया है, इसे आधार कार्ड से लिंक कराना था नहीं तो सिम बंद हो जाएगी। जालसाज ने कहा कि सिम चालू रखनी है तो मोबाइल पर एक लिंक भेजा गया है,उसके साथ पासवर्ड आएगा वह बताना होगा। आकाश ने ओटीपी बताने से मना कर दिया। इसके कुछ देर बाद जालसाज का फिर कॉल आया, इस बार उसने खुद का परिचय क्राइम ब्रांच के एसआई पीके मरावी के तौर पर दिया। बोला कि तुमने मोबाइल चुराया है, उसने मोबाईल का आईएमआई नंबर भी बता दिया। संयोग से आकाश को उक्त मोबाइल छह जनवरी को गिरा हुआ मिला था। 10 दिन पहले ही उसने उसमें सिम लगाई थी, जालसाज ने आकाश को डराया कि तुम्हें जेल जाना पड़ेगा, फिर बोला कि बचना चाहते हो तो पीडि़त को मोबाइल की कीमत 13 हजार रुपए देकर मामले में समझौता कर लो। जालसाज ने आकाश से बोला कि जल्दी पैसे नहीं भेजे तो तुम्हारे घर पुलिस पहुंच जाएगी। आकाश के पास पैसे नहीं थे, सो उसने दोस्त शास्त्रीनगर निवासी नीरज को खाता नंबर देकर 12 हजार 990 रुपए जमा करने के लिए बोला था। जालसाज को भी उसका नंबर दे दिया था। जालसाज ने नीरज से उक्त रकम जमा करा ली। फिर आकाश को यह बोलकर पैसे जमा करा लिये कि नीरज का पैसा नहीं आया है। आरोपी के डराने के कारण आकाश को अपनी मोटर सायकल गिरवी रखनी पड़ी, उसने नौ हजार रुपए का इंतजाम किया। जालसाज के बताए खाते में नौ हजार रुपए ऑनलाइन जमा कर दिये। जालसाज पीडि़त आकाश के मोबाइल पर अब भी कॉल कर उसे चार हजार रुपए और जमा करने के लिए बोल रहा है। परेशान होकर शुक्रवार शाम पीडि़त ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने साइबर अपराध एवं ठगी का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। हिन्दुस्थान समाचार /ददन

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