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संस्कृति पहचान कर ही कर पाएंगे राष्ट्र सेवा: चतुर्वेदी

गुना, 18 मार्च (हि.स.)। आप अपने राष्ट्र की सेवा तभी कर सकेंगे, जब आप अपने देश की संस्कृति को पहचानेंगे। भाषा समझेंगे, तभी आप सब बेटियां दीपक की तरह प्रज्जवलित होकर देश की सेवा कर पाएँगी। यह विचार पूर्व जिला संगठक एवं सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. सतीश चतुर्वेदी ने स्वयं सेवी छात्राओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। चतुर्वेदी गुरुवार को शासकीय कस्तूरबा कन्या महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा लगाए जा रहे विशेष सात दिवसीय शिविर को संबोधित कर रहे थे। अवसर पहचानिए, लाभ उठाइए बौद्धिक सत्र में विशेष अतिथि दीपा बिगौलिया ’आकर्षण हौजरी’ की संचालिका ने स्वरोजगार हेतु प्रेरित करते हुए कहा है कि अपनी स्किल्स को पहचानिए। घर के बाहर मौके बहुत हैं, अवसर पहचानिए और उनका लाभ उठाइए। आप कमजोर नहीं, स्वयं शक्ति स्वरूपा है। उन्होंने स्वयं कठिनाइयों साथ जीवन में आगे बढऩे का ठाना और आज स्वयं का मैनी फैक्चरिंग का व्यवसाय को बढ़ाया है। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ विनीता विजयवर्गीय ने कहा कि नारी सारे काम कर सकती है। शिविर में दिनचर्या का पालन किया जा रहा है। स्वयं सेवी शिविरार्थी गोद बस्ती पुरानी छावनी में कोरोना मुक्त गुना-देश बनाने के लिए मास्क लगाने, सामाजिक दूरी बनाकर कार्य करने हेतु लोगो का जागरूकत किया। कार्यक्रम में एनएसएस जिला समंगठक कार्यालय प्रभारीसंदीप मेहरा ने स्वयं-सेवी छात्राओं को शिविर दर्पण लिखना, गतिविधियाँ की जानकारी दी एवं लक्ष्यगीत सिखाया। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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