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ग्रेसिम समेत अन्य उद्योगों से नपा की बकाया 3 करोड़ की राशि का किस्तों में हुआ अनुबंध

नागदा/उज्जैन, 02 मार्च (हि.स.)। ग्रेसिम उद्योग समेत शहर के अन्य उद्योगों एवं नपा के बीच पांच वर्षीय एक महत्चपूर्ण अनुबंध हो गया है। इस अनुबंध में पूर्व के एक अनुबंध के तहत उद्योगों पर वर्ष 2017 से बकाया करोड़ों की राशि को चार किस्तों में भुगतान करने की सहमति बनी है। ग्रेसिम समेत अन्य उद्योगों से लेनदारी की रकम 3 करोड़, 5 लाख 94 हजार 260 रुपये बकाया होने का बड़ा मामला उजागर हुआ। यह राशि बिना किसी ब्याज के चार किस्तों में अब उद्योग नपा को भुगतान करेंगे। भनक नहीं लगी बड़ी बात यह सामने आई कि इस अनुबंध की भनक जनता को नहीं लगी और लगभग ढाई माह पहले हो गया। दोनों पक्षों के बीच अनुबंध कल तक सार्वजनिक नहीं हुआ। अफसरों ने गुपचुप तरीके से अनुबंध किया। इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। जनता आज भी अनभिज्ञ है। मंगलवार को मात्र हिन्दुस्थान समाचार संवाददाता नागदा के हाथ अधिकारियों एवं उद्योग पक्षों के बीच हुए अनुबंध के प्रमाणित दस्तावेज लगे हैं। इस अनुबंध पर ग्रेसिम समेत शहर के अन्य उद्योगों की ोर से अधिकृत ग्रेसिम के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट फायनेंस एंड कामर्स महावीर पीजैन के हस्ताक्षर हैं। इसी प्रकार से नपा की और से प्रशासक अर्थात नागदा एसडीएम आशुतोष गोस्वामी व सीएमओ अशफाक खान ने सहमति जताई है। सीएमओ खान का यहां से स्थानांतरण हो चुका है। क्या है पूरा मामला वर्ष 1975 से इस अनुबंध की शुरूआत हुई थी। इस अनुबंध का उद़ेश्य बतौट टैक्स के नपा मे में राशि जमा करना है। प्रत्येक पांच वर्ष के बाद नपा एवं उद्योगों के बीच अनुबंध होता है। जिसके तहत 10 प्रतिशत राशि की वृद्धि की पंरपरा चली आ रही है। वर्ष 1917 से नया समझौता नहीं हुआ मजेदार बात यह हैकि पूर्व समझौतों के अनुसार ग्रेसिम समेत अन्य उद्योगों की तरफ अप्रैल 2017 से नपा में कोई राशि जमा नहीं की गई। हाल में हुए अनुबंध में इस बात को रेखांकित किया गया। अनुबंध में स्पष्ट लिखा गया कि कुल 3 करोड़ 5 लाख 94 हजार 260 रुपये की राशि आउट स्टेडिंग है। इस राशि को कुल 4 किश्तों में भुगतान करने की सहमति हुई है। बिना ब्याज करोड़ों की राशि को किश्तों में स्वीकार्य बड़ी बात यह उजागर हुई कि आम लोग जब समय पर टैक्स नही भर पाते हैतो नपा पैनल्टी वसूलती है। इस प्रकरण में करोड़ से भी अधिक बकाया राशि पर जुर्माना लेना तो दूर आसान किश्तों में लेने की सहमति बनी है। इस प्रकार हुआ अनुबंध पूर्व अनुबंध के अनुसार प्रत्येक तिमाही में उद्योग की और से नपा में राशि जमा करते थे। इस नवीन अनुबंध में पहले तो बकाया राशि को किश्तों में लेने पर सहमति बनी है। कुल 3 करोड़ 5 लाख 94 हजार 260 रुपये बकाया राशि में से मात्र तत्काल 1 करोड़ 11 लाख 7 हजार 46 रुप.े उद्योग प्रबंधन जमा कर रहा है। इसी प्रकार से अक्टूबर-दिसम्बर 2018 की बकाया राशि 17,75,330 रुपये अप्रैल से जून 2018 की बकाया राशि 19, 52 863 रूपए एवं अप्रैल से जून 2019 की बकाया राशि 21,48,149 रुपये 31 मार्च 2021 तक एक माह की अवधि में जमा करना है। इसी प्रकार से जुलाई से सितंबर 2019 की किश्त की बकाया राशि 21,48,149 रुपये अक्टूबर से दिंसंबर 2019 की बकाया राशि 21,48,149 रुपये तथा जनवरी से मार्च 2020 की बकाया राशि 21,48,149 रुपये को 30 जून 2021 तक जमा करना है। अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 की बकाया राशि प्रत्येक तिमाही के अनुसार क्रमश 23,62964 रुपये के तीन क्वाटर 30 सितंबर 2021 तक जमा करना है। नवीन अनुबंध में पूर्ववत के अनुबंध के अनुसार प्रत्येक वर्ष 10 प्रतिशत राशि वृद्धि पर सहमति हुई है। अनुबंध में ग्रेसिम, लैंक्सेस, केमिकल डिवीजन, गुलबांड सन, क्लीरेंट केमिकल, जनसेवा एवं स्कूलों समेत कुल 9 पार्टी है। गवाह में ग्रेसिम के जनसंपर्क अधिकारी संजय व्यास, नपा के लेखापाल मनोजसिंह पंवार, नपा उपयंत्री अजित तिवारी के हस्ताक्षर है। अधिकारियों ने की पुष्टि प्रशासक एवं एसडीएम आशुतोष स्वामी का कहना हैकि कलेक्टर के निर्देशन में लगभग ढाई माह पहले अनुबंध हो गया है। इसी प्रकार से सीएमओ भविष्य कुमार खोबर गढे ने मंगलवार को पुष्टि की हैकि अनुबंध हो गया है। अनुबंध की प्रति हिन्दुस्थान समाचार के पास सुरक्षित है। हिन्दुस्थान समाचार/ कैलाश सनोलिया

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